भारत में इस समय दुनिया के सबसे लंबे राजमार्ग यानी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाइवे ( Delhi-Mumbai Express Highway ) पर काम चल रहा है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ( Union Minister for Road Transport and Highways Nitin Gadkari ) ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार विश्व के सबसे लंबे राजमार्ग ( world's longest highway ) पर काम कर रही है. नितिन गडकरी ने आगे कहा कि "एक्सप्रेसवे की लंबाई 1,380 किलोमीटर होगी. पहले इसको जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) तक ले जाना था, लेकिन इसको नरीमन पॉइंट तक ले जाने की प्लानिंग पर काम किया जा रहा है. गडकरी ने यह भी कहा कि इस प्रोजेक्ट को मार्च 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा. आपको बता दें कि यह भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा.
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नितिन गडकरी ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले जहां ट्रक से दिल्ली से मुंबई तक जाने में लगभग 48 घंटे और कार से 24-26 घंटे लगते थे, अब वहीं यह सफर मात्र क्रमश: 18-20 घंटे और 12-13 घंटे का ही रह जाएगा. परिवहन मंत्री ने कहा कि यह राजमार्ग मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान के आदिवासी जिलों को भी जोड़ेगा, जिसकी वजह से इन क्षेत्रों में विकास की बयार बहेगी. इसके साथ ही लोगों को लिए बड़ी तदाद में रोजगार के अवसर भी तैयार होंगे. आपको बता दें कि यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-फरीदाबाद-सोहना खंड और जेवर एयरपोर्ट से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट को मुंबई में जोड़ेगा.
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मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा, जो कई सुविधाओं से लैस होगा. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक चाजिर्ंग की सुविधा होगी. राजस्थान के हैंडलूम और भोजन को प्रदर्शित करने की भी हमारी योजना है. अगर यहां की सरकार रसद, औद्योगिक क्लस्टर, स्मार्ट सिटी आदि की योजना बना सकती है, तो यहां के युवाओं को भी पर्याप्त अवसर मिल सकते हैं। इस पर 90,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस परियोजना को जनवरी 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह एक्सप्रेसवे देश के 5 राज्यों- दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा.
Source : News Nation Bureau