राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने अपना नामांकन कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके नामांकन के प्रस्तावक बने हैं। मुर्मू ने संसद भवन परिसर में राज्य सभा महासचिव और राष्ट्रपति चुनाव के लिए बनाए गए निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में नामांकन दाखिल किया। संसद भवन में उनके नामांकन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, प्रल्हाद जोशी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत के अलावा भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री, मोदी सरकार के कई मंत्री, सांसद और भाजपा के दिग्गज नेता मौजूद रहे।
उनके नामांकन के दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह और अपना दल-एस की अनुप्रिया पटेल के अलावा एनडीए के दलों के कई नेता भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर चुके बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के नेता भी उनके नामांकन के दौरान मौजूद रहे।
सबसे खास बात यह है कि भाजपा ने आदिवासी समुदाय से आने वाले अपने और सहयोगी दलों के सांसदों से भी प्रस्तावक या अनुमोदक के रूप में नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करवा कर एक राजनीतिक संदेश भी देने की कोशिश की है।
आपको बता दें कि, राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। देश के नए राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है और वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच होना है।
Source : News Nation Bureau