बाइक बोट (Bike Bot) कंपनी के नाम से एक साल में निवेश को दोगुना करने का झांसा देकर अरबो की ठगी करने के मामले में आरोपी कंपनी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (GIPL) के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र रचने की दफाओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस कंपनी के खिलाफ विभिन्न राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन पीड़ित अभी तक की जांच और कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है, इसलिए पिछले महीने देश के कई राज्यों से आए हजारों लोगों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था.
प्रधानमंत्री कार्यालय में की गई शिकायत
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालयन की अनुशंसा पर आर्थिक अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज कर ली है. आर्थिक अपराध शाखा के सूत्रों से पता चला है कि इस ठगी में दिल्ली पुलिस को करीब 25000 शिकायतें मिल चुकी हैं. आर्थिक अपराध शाखा दिल्ली में रहने वाले शिकायतकर्ता के बयान लेगी और उसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के साथ इन्वेस्टिगेशन को आगे बढ़ाएगी.
संजय भाटी समेत 18 लोगों पर केस दर्ज
दिल्ली में दर्ज केस में कंपनी प्रमुख संजय भाटी समेत 18 लोग नामजद हैं, उनके अलावा एक कॉलम में अन्य अज्ञात आरोपियों का जिक्र है. दिल्ली पुलिस की ईओडब्लू द्वारा की गई यह कार्यवाही महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इस संबंध में देश के विभिन्न हिस्सों में ठगी के शिकार हुए लोगों ने प्रधानमंत्री को शिकायत भेजी थी. उसके बाद दिल्ली में प्रदर्शन भी किया था, जिसमें दिल्ली, यूपी, हरियाणा, पंजाब, कश्मीर, हैदराबाद, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल और उत्तराखंड समेत देशभर के लगभग सभी राज्यों के निवेशकों ने हिस्सा लिया था.
ज्यादातर रिटार्यड फौजी और बुजुर्ग बने ठगी के शिकार
ऑल इंडिया बाइक बोट यूनियन ने दिल्ली पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि बाइक बोट कंपनी ने करीब ढाई लाख निवेशकों से 42 हजार करोड़ रुपये की ठगी की है. बाइक बोट कंपनी के मालिक संजय भाटी और उसके साथियों ने निवेश को झांसा दिया था कि एक बाइक की कीमत 62 हजार रुपये निवेश करने पर एक साल में उन्हें करीब दोगुना पैसा दिया जाएगा. इस चक्कर में लोगों ने लाखों रुपये निवेश कर दिए हैं. इस ठगी के ज्यादातर शिकार बुजुर्ग और रिटायर्ड फौजी बताए जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जमापूंजी ठगों को सौंप दी.
क्या है बाइक बोट स्कीम
कंपनी ने लोगों से एक बाइक के लिए 60 से 70 हजार का निवेश कराया था. कंपनी का कहना था कि वह इन बाइकों को टैक्सी के रूप में चलाकर कमाई करेगी. इनसे हुई कमाई से निवेशकों को सालभर में बाइक की दोगुनी कीमत किस्तों में लौटाई जानी थी. नवंबर 2018 में संचालक कंपनी बंद करके फरार हो गए.
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नोएडा पुलिस भी इस मामले में दर्ज कर चुकी है केस
इस संबंध में नोएडा पुलिस भी केस दर्ज कर चुकी है. पूर्व में गौतम बुद्ध नगर के एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया था कि ग्रेटर नोएडा में गार्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिडेट कंपनी निवेशकों को लुभाने के लिये एक साल में दोगुने रिटर्न के वादे के साथ बहुस्तरीय मार्केटिंग योजना "बाइक बोट" लेकर आई थी. कंपनी ने निवेशकों से मोटरसाइकिल टैक्सी के लिये 62,100 रुपये निवेश करने के लिये कहा और उन्हें लंबे समय के लिए निवेश राशि को दोगुना करने के अलावा मासिक रिटर्न का आश्वासन दिया. इस शिकायत पर नोएडा पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने ग्रेटर नोएडा में बाइक बोट के मुख्यालय पर छापेमारी की. उन्होंने कहा कि छापेमारी बाइक बोट के प्रमुख संजय भाटी से पूछताछ के बाद की गई.
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संजय ने अपनी कंपनी पर पुलिस की बढ़ती कार्रवाई के बीच अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था. कंपनी के नोएडा ऑफिस में छापेमारी के दौरान एसआईटी को सौ मोटरसाइकिलें, बैंक चैक से भरे पांच बैग, जले हुए कंप्यूटर तथा कुछ कागजात मिले. यह पता चला है कि आरोपियों ने पुलिस जांच से बचने के लिए कुछ सप्ताह पहले जानबूझकर अपने कार्यालय को जला दिया था. एसएसपी के अनुसार, कंपनी के खिलाफ नोएडा के अलावा देश के विभिन्न जगहों पर अब तक करीब 400 मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं.
HIGHLIGHTS
- बाइक बोट कंपनी के नाम पर अरबों की ठगी
- दिल्ली पुलिस ने कंपनी के मालिक सहित 18 लोगों पर FIR दर्ज की
- नोएडा पुलिस पहले ही केस दर्ज कर चुकी है
Source : Avinash Chaudhary