अपनी मांगों को लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के सैकड़ों छात्रों ने सोमवार को संसद भवन की ओर मार्च की कोशिश की. इस दौरान उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का सामना करना पड़ा. सफदरजंग के मकबरे के पास पुलिस प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने में कामयाब रही. लेकिन इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर जबरदस्त लाठीचार्ज किया, जिसमें कई छात्रों को चोटें भी आई.
लाठीचार्ज को लेकर दिल्ली पुलिस के पीआरओ मनदीप एस रंधावा ने कहा कि पुलिस पर लाठीचार्ज का जो आरोप लगा है उसकी जांच कराई जाएगी.
उन्होंने कहा, 'हम छात्रों से उनकी मांगों के बारे में बात करने की कोशिश कर रहे है. उन्हें मना कर रहे हैं कि वे कानून अपने हाथ में न लें. लाठीचार्ज के आरोप के बारे में, हम इसमें जांच करेंगे.'
जेएनयू के छात्र हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी को लेकर पिछले 3 सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं. संसद का ध्यान आकर्षित करने के लिए वो आज सड़क पर उतरे. छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार शुल्क वृद्धि वापस नहीं ले लेती है तब तक वे प्रदर्शन करते रहेंगे.
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सोमवार सुबह में जब छात्र प्रदर्शन करने के लिए निकलते तो यूनिवर्सिटी परिसर के बाहर से अवरोध हटा दिए गए थे और छात्रों को मार्च कनरे की इजाजत दी गई. हालांकि झड़प के बाद स्थिति गंभीर होती देख पुलिस ने छात्रों को हिरासत में ले लिया. इनमें कई महिला छात्र भी शामिल हैं.
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दूसरी ओर मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने सोमवार को तीन सदस्यीय एक समिति गठित की, जो जेएनयू की सामान्य कार्यप्रणाली बहाल करने के तरीकों पर सुझाव देगी.