दिल्ली पुलिस साइबर सेल (Cyber Cell) ने दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख जफरुल इस्लाम खान (Dr Zafrul Islam) के घर पर छापा मारा. इस्लाम (Islam) पर सोशल मीडिया पर देशद्रोह संबंधी कथित टिप्पणी के लिए मामला दर्ज किया गया है. एजेंसी के सूत्रों ने कहा, 'टीम को इस्लाम के उस मोबाइल फोन की तलाश थी जिसे उसने सोशल मीडिया (Social Media) पोस्ट के लिए इस्तेमाल किया था.' इस्लाम की वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा, 'यह छापा मारा गया था और पुलिस टीम अब चली गई है. हमने उनसे कानून के मुताबिक कार्य करने को कहा है.'
वृंदा ग्रोवर ने एक बयान में कहा, 'आपको बताया जा चुका है कि डा. जफरुल इस्लाम 72 वर्षीय सीनियर सिटिजन हैं और उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं जिससे उन पर कोविड-19 का ज्यादा खतरा है.' उन्होंने एक बयान में कहा कि कानून के मुताबिक 65 साल से ऊपर के व्यक्ति से पूछताछ उनके घर पर ही की जा सकती है और उन्हें पुलिस स्टेशन आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है. खान ने 28 अप्रैल को एक फेसबुक पोस्ट में विवादित टिप्पणी की थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था.
गौरतलब है कि जफरुल इस्लाम खान ने 28 अप्रैल को अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट लिखा था. इस पोस्ट में लिखा गया था कि मुसलमानों पर जो अत्याचार हो रहे हैं. अगर हिंदुस्तान के मुसलमान ने इसकी शिकायत अरब देशों से कर दी तो हिंदुस्तान में जलजला आ जाएगा. इसके बाद 1 मई को दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान ने अपने इस फेसबुक पोस्ट के लिए माफी भी मांगी थी, लेकिन अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक शिकायत के आधार पर दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान के खिलाफ धारा 124ए और 153ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
Source : IANS