पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) को गोपनीय सूचना देने के कथित आरोप में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने भारतीय वायुसेना (एयर फोर्स) के एक अधिकारी अरुण मारवाह को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली स्थित वायुसेना मुख्यालय में ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात मारवाह के खिलाफ गोपनीयता अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन्हें करीब 10 दिनों पहले हिरासत में लिया गया था। इस मामले में दोषी होने पर उन्हें 7 साल जेल की सजा हो सकती है।
वायुसेना के केंद्रीय सुरक्षा एवं जांच दल ने एक नियमित जासूसी रोधी चौकसी के दौरान पाया कि अधिकारी अनधिकृत इलेक्ट्रानिक उपकरणों के जरिए अवांछित गतिविधियों में लिप्त था।
सूत्रों के मुताबिक, मारवाह व्हाट्सएप के जरिए एक महिला को गोपनीय दस्तावेज लीक किए। अधिकारी की महिला से सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती हुई थी।
यह मामला हनी ट्रैपिंग का है, और कथित तौर पर अधिकारी ने यह काम फेसबुक पर एक महिला से संपर्क में आने के बाद शुरू किया है।
और पढ़ें: राफेल का दाम बताने में पैंतरा क्यों बदल रहीं रक्षामंत्री- राहुल
सेना के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय होने के लिए एक सख्त नियम है, जिसके तहत सैनिकों को अपनी पहचान, पद, तैनाती और अन्य पेशेवर विवरण साझा करने पर पाबंदी है। वर्दी में तस्वीर भी लगाने पर पाबंदी है।
दिसंबर 2015 में दिल्ली पुलिस ने एक बर्खास्त वायुसेना अधिकारी को पाकिस्तानी इंटर सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा समर्थित जासूसों को कथित तौर पर सूचना साझा करने के लिए गिरफ्तार किया था।
और पढ़ें: मालदीव संकट- डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी ने फोन पर की बात
Source : News Nation Bureau