दिल्ली दंगे का मास्टरमाइंड ताहिर हुसैन अब से थोड़ी देर बाद राउज एवेन्यू कोर्ट में सरेंडर करेगा. काफी दिनों से दिल्ली पुलिस को उसकी तलाश थी. उसे न पकड़ पाने को लेकर दिल्ली पुलिस पर सवाल भी उठ रहे थे. ताहिर हुसैन ने सरेंडर करने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'पुलिस ने मुझे घर से रेस्क्यू किया था. मैंने डंडे से उपद्रवियों को भगाने की कोशिश की. मैं दुष्प्रचार से डर गया था. सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ दु्ष्प्रचार हुआ. मैंने बार-बार पुलिस को कॉल किया. मैं लगातार दिल्ली में ही छिपा रहा, मुझ पर गलत आरोप लगाए गए. अगर मेरा नारको टेस्ट किया गया तो भी मैं उसके लिए तैयार हूं. ताहिर हुसैन ने आरोप लगाया कि बीजेपी मुझे साजिश के तहत फंसा रही है.'
यह भी पढ़ें :
यह सब कपिल मिश्रा का किया धरा : ताहिर
आम आदमी पार्टी से निकाले जाने को लेकर ताहिर हुसैन ने कहा, यह पार्टी का फैसला है, मैं उस पर कुछ नहीं कह सकता. ताहिर हुसैन ने कहा, मैं खुद दंगे का भुक्तभोगी हूं. मेरा परिवार तबाह हो गया है. मेरा किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है. घर में दंगे का सामान बरामद होने को लेकर ताहिर हुसैन ने कहा, यह सब कपिल मिश्रा का किया धरा है. उसी ने यह सब करवाया है. ताहिर हुसैन ने यह भी कहा कि कानून और अदालत पर मुझे पूरा भरोसा है और पूरी उम्मीद है कि मैं बेदाग साबित हो जाऊंगा. उसने यह भी कहा कि वह हिन्दू इलाके में रहता है और दंगे में हिन्दुओं की मदद भी की थी.
यह भी पढ़ें :
3 मार्च को दर्ज हुई थी एफआईआर
इससे पहले 3 मार्च को आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. दिल्ली पुलिस ने दयालपुर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज की थी. ताहिर पर दिल्ली हिंसा का मास्टर माइंड होने का आरोप लगा है. ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) पर आरोप है कि हिंसा भड़काने में उनका हाथ है. हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के कर्मचारी अंकित शर्मा के परिजनों ने ताहिर हुसैन पर हत्या करने का आरोप लगाया है.
यह भी पढ़ें :
अब तक 46 लोगों की जा चुकी है जान
दिल्ली हिंसा में अब तक 46 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा की मौत के पीछे आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. ताहिर के छत पर से भारी मात्रा में पेट्रोल बम, पत्थर और गुलेल पाया गया था. इसके अलावा वहां पर बोतलें और दंगाइयों द्वारा हमले के लिए इस्तेमामल की जाने वाली कई चीजें बरामद की गईं.
यह भी पढ़ें :
बांग्लादेशी आतंकियों से कनेक्शन का आरोप
बीते 28 फरवरी को बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा था कि आप पार्षद ताहिर हुसैन के बांग्लादेशी आतंकियों से कनेक्शन के बारे में अंकित शर्मा जांच कर रहे थे. ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस नए खुलासे की जांच कराए. अगर ताहिर हुसैन के बांग्लादेशी आतंकियों से कनेक्शन की जांच सही साबित होती है, तो यह एक बेहद गंभीर मामला है. हिंसा प्रभावित चांदबाग इलाके में बुधवार को आईबी कर्मी अंकित शर्मा का चाकूगुदा शव बरामद हुआ था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि अंकित शर्मा को कम से कम 400 बार चाकू से गोदा गया था.
ताहिर के घर से बरामद हुआ था दंगे फैलाने का सामान
ताहिर हुसैन के घर में एक खास तरह की गुलेल बरामद की गई थी. यह कोई आम गुलेल नहीं थी, जिसे बच्चा या बड़ा कोई भी कहीं भी खड़े-खड़े चला देता. यह खास किस्म की गुलेलें थीं, वह भी एक नहीं, सैकड़ों की तादाद में. तकरीबन हर दो-चार मकान छोड़कर. हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) अपराध शाखा की एसआईटी की टीमों को 10-15 घरों के बाद किसी न किसी एक घर की ऊंची छत पर गुलेल मौजूद मिली.