दिल्ली के जामिया (Jamia Firing) में विश्वविद्यालय के छात्रों के मार्च से पहले फायरिंग में घायल छात्र शादाब फारुक (Shadab Farooq) को शुक्रवार को एम्स के जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर (जेपीएनएटीसी) से छुट्टी मिल गई. घायल होने के बाद गुरुवार को शादाब को एम्स के जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर के अनुसार, डिस्चार्ज के समय शादाब की हालत स्थिर थी.
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उधर, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के सूत्रों का कहना है कि जामिया में फायरिंग (Jamia Firing) करने के आरोपी को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. उसने अब तक खुद को किसी संगठन से जुड़े होने से इनकार किया है. दिल्ली पुलिस (Delhhi Police) ने यह भी दावा किया है कि सोशल मीडिया (Social Media) पर वीडियो देखने के बाद वह कट्टरपंथी हो गया था. साथ ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कासगंज (Kasganj) में 2018 में हुई हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता की मौत का बदला लेना चाहता है.
बताया जा रहा है कि गुरुवार को आरोपी बंदूक लहराते हुए लोगों को चैलेंज कर रहा था और देखते ही देखते गोली चला दी. फायरिंग उस दौरान हुई जब जामिया में मार्च निकाला जा रहा था. गोली चलते ही मार्च में अफरा तफरी मच गई. बताया जा रहा है वह मार्च का विरोध कर रहा था और इसी दौरान उसने गोली चला दी. गोली चलाने से पहले उसने जमकर नारेबाजी भी की. उसने छात्रों से कहा, 'आकर ले लो आजादी' और गोली चला दी. जानकारी के मुताबिक फायरिंग के बाद मार्च को रोक दिया गया है और किसी को भी आगे जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
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फायरिंग में एक शख्स के घायल होने की खबर सामने आ रही है. शख्स को अस्पताल पहुंचा दिया गया है. वहीं पुलिस ने फायरिंग करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें हैरान कर देने वाली बात ये कि घटना के दौरान पुलिस भी वहीं पर मौजूद थी पर युवक बेखौफ होकर पिस्टल लहराते हुए आया और गोली चला दी. इससे कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक फायरिंग करने वाले की पहचान राम भक्त गोपाल के तौर पर हुई है.
Source : News Nation Bureau