Gyanvapi Case: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मौजूद ज्ञानवापी मस्जिद का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी ASI सर्वे होगा. इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सर्वे की अनुमति दे दी है. देश में ऐसी कई और मस्जिदें मौजूद हैं, जहां पर सर्वे की मांग उठ रही है. सवाल यह उठता है कि क्या अब यहां पर भी सर्वे किया जाएगा? दरअसल देश में ऐसे कई मामले हैं,जहां पर स्थानीय संगठनों का दावा है कि यहां पर मस्जिद से पहले मंदिर हुआ करते थे. ऐसे कई मामले हैं जो अदालत में पेंडिंग हैं. इसे लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. यहां पर मस्जिदों को हटाने की मांग हो रही है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि पूरे देश में किन-किन जगहों पर विवाद की स्थिति बनी हुई है. मामले अदालत तक पहुंच चुके हैं.
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मथुरा: कृष्ण जन्म भूमि का विवाद
मथुरा के शाही ईदगाह और मीना मस्जिद को लेकर भी सर्वे की मांग उठ रही है. दोनों कृष्ण जन्मभूमि से सटी हुई हैं. इस मामले में हिंदू संगठन और कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास लगातार अदालत से सर्वे की डिमांड कर रहे हैं. सभी का दावा कि मस्जिदें कृष्ण जन्मभूमि पर तैयार की गई हैं.
मेरठ: मस्जिद की जगह बौद्ध मठ होने का दावा
मेरठ की जामा मस्जिद पर भी ऐसा ही दावा हो रहा है. यहां पर इतिहासकारों ने गैजेटियर को सबूत के तौर पर पेश किया. उनका दावा है कि जामा मस्जिद से पहले यहां पर बौद्धमठ हुआ करता था. इसे तोड़कर मस्जिद तैयार की गई. इतिहासकारों ने इसके सर्वे की भी डिमांड रखी है.
प्रयागराज: निषाद किले की मस्जिद को लेकर विवाद
प्रयागराज से कुछ दूर निषादराज का किला है. यहां पर बनाई गई मस्जिद के मामले में भी विवाद देखने को मिल रहा है. यहां पर लोग इस मस्जिद को हटाने की मांग कर रहे हैं. इसमें अयोध्या के कुछ संत भी हैं. यहीं पर प्रभु श्री राम ने अपने वनवास का कुछ समय यहीं पर बिताया था.
कर्नाटक: मलाली मस्जिद को लेकर याचिका दायर
कर्नाटक के मंगलुरु शहर में भी विवाद सामने आया है. मंगलुरू के बाहरी क्षेत्र में मौजूद मलाली मस्जिद पर हिंदू संगठनों का दावा कि इसे हिंदू मंदिर को तोड़कर तैयार किया गया है. इस मस्जिद के सर्वे की मांग उठ रही है. इसे लेकर अदालत में याचिका दायर की गई है.
भोपाल: शिव मंदिर को तोड़कर बनी मस्जिद!
ऐसा ही मामला भोपाल की जामा मस्जिद में भी देखने को मिला है. हिंदू पक्षकारों का दावा है कि यह मस्जिद शिव मंदिर को तोड़कर तैयार की गई थी. ऐसा दावा है कि इसका जिक्र एक उर्दू की किताब ‘हयाते कुदसी’में हैं. इस किताब में महिला शासक ने लिखा कि मंदिर तोड़कर मस्जिद तैयार की गई. अब कोर्ट में याचिका लगाने की तैयारी चल रही है.