बीजेपी के पूर्व महासचिव केएन गोविंदाचार्य ने सरकार के नोटबंदी के फैसले पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि नोटबंदी के कारण रोज़गार छिनने से शहरों से गांवों की तरफ पलायन बढ़ गया है।
उन्होंने कहा, "सरकार ने नोटबंदी के असर और उससे पैदा होने वाले हालात पर विचार नहीं किया। इसके कारण रोज़गार की कमी के कारण लोग शहर से गांवों की ओर पलायन कर रहे हैं।"
आर्थिक स्थिति पर बात करते हुए गोविंदाचार्य ने कहा कि जीडीपी केंद्रित विकास से देश में बेरोज़गारी बढ़ेगी।
उन्होंने 2014 के आम चुनावों के नारे 'अच्छे दिन' पर चुटकी लेते हुए कहा कि अच्छे दिन आयकर विभाग और इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट के लिये आए हैं। क्योंकि वो अब अपनी अफसरशाही दिखा सकते हैं।
नागपुर के जीएच रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे गोविंदाचार्य ने इस कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान ये बात कही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व विचारक गोविंदाचार्य ने कहा कि देश के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन कर रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि वाजपेयी सरकार और मोदी सरकार में क्या फर्क है तो उन्होंने कहा कि विपक्ष के साथ संवाद को बढ़ाया जाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि सरकार को विपक्ष के साथ वेहतर तालमेल स्थापित करना चाहिये। साथ ही आपसी विश्वास को भी बढ़ाना चाहिये।
Source : News Nation Bureau