भले ही कांग्रेस नोटबंदी को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे की मांग कर रही हो लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनका बचाव किया है। दरअसल उर्जित पटेल बुधवार को वित्त मामलों पर गठित स्टैंडिंग कमेटी के सामने पेश हुए। जहां कमेटी के सदस्यों ने पटेल से कई कठिन सवाल पूछे।
आरबीआई के गवर्नर रह चुके पूर्व पीएम ने स्टैंडिंग कमेटी के सामने उर्जित पटेल को वैसे सवालों का जवाब देने से रोका जिससे बाद में केंद्रीय बैंक के लिए मुश्किल पैदा हो जाए।
स्टैंडिंग कमिटी में कांग्रेस के एक सांसद ने पटेल से पूछा कि अगर पैसे निकालने पर मौजूदा रोक हटा ली जाती है तो क्या अराजकता पैदा हो जाएगी? इस सवाल पर पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने पटेल को सलाह देते हुए कहा, 'आपको इस सवाल का जवाब नहीं देना चाहिए।'
कांग्रेस ने बुधवार को देशभर में आरबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया और उर्जित पटेल के इस्तीफे की मांग की।
मनमोहन सिंह आरबीआई के गवर्नर रह चुके हैं। ऐसे में वह मुश्किल सवाल का जवाब नहीं देने के लिए कहा।
वित्त मामलों की स्टैंडिंग कमेटी के सामने उर्जित पटेल, राजस्व सचिव हसमुख दहिया और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास पेश हुए। इस दौरान कमेटी के सदस्यों ने कई सवाल पूछे। सूत्रों की मानें तो अब तक कितनी पुरानी नकदी वापस आई और नई नकदी कितनी छपी है, वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने इसका कोई जबाव नहीं दिया।
सूत्रों ने कहा, 'आरबीआई गवर्नर ने स्टैंडिंग कमेटी को बताया कि 9.2 लाख करोड़ रुपये के नये नोट नोटबंदी के बाद बैंकों को दिये गये।' सूत्रों ने बताया, 'वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि नोटबंदी से हुए फायदे और नुकसान के संबंध में 2016 की शुरुआत में चर्चा शुरू कर दी थी।'
स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य टीएमसी नेता सौगत रॉय ने कहा, 'आरबीआई के गवर्नर यह बताने में असमर्थ रहे की कितने रुपये बैंक में वापस आए।' वित्त मामलों की स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद एम. वीरप्पा मोइली हैं। मनमोहन सिंह इस कमेटी के सदस्य हैं।
HIGHLIGHTS
- संसदीय कमेटी के कड़े सवालों से मनमोहन सिंह ने आरबीआई गवर्नर को बचाया
- कांग्रेस ने नोटबंदी को लेकर बुधवार को इस्तीफे की मांग की थी
Source : News Nation Bureau