केंद्र सरकार ने कालेधन के खिलाफ जारी मुहीम को आगे बढ़ाते हुए रेलवे में भी नए नियम लागू किए हैं। रेलवे ने पीआरएस काउंटर से हो रही टिकट बुकिंग में नकदी की दिक्कत से बचने के लिए टिकट कैंसिलेशन में 5000 या इससे ज्यादा की रिफंड को संबंधित व्यक्ति के खाते में देने का फैसला किया है।
अब तक यह सीमा 10 हजार से ज्यादा की थी। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे काउंटर को नकदी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। ज्यादातर लोग टिकट बुकिंग के लिए 500 और 1000 रुपये के नोट लेकर ही आ रहे हैं क्योंकि रेलवे को 24 तारीख तक पुराने नोट लेने के लिए निर्देश मिले हैं लिहाजा लोगों को मना भी नहीं किया जा सकता।
रेलवे के फर्स्ट क्लास टिकट की बुकिंग में भी उछाल आया है। लोग अपने काले पैसे को सफेद करने की उम्मीद में रेलवे में टिकट बुक कराना चाह रहे हैं ऐसे में इस फैसले से रोक लग सकती है।
नोटबंदी के ऐलान के दिन यानि 8 नवंबर को टिकट की कुल बुकिंग 109.5 करोड़ की हुई थी इसमें पीआरएस बुकिंग 45 करोड़ रुपये की थी। 9 तारीख को नोट बंदी के तहत रेलवे पुराने नोट ले रहा था इस वजह से तमाम जगहों पर लोगों ने एसी वन, एसी टू और एसी 3 में हजारों टिकट बुक कराए इस वजह से 9 तारीख को रेलवे ने कुल 126.8 करोड़ रुपये की टिकट बुकिंग इसमें 67.4 करोड़ रुपये की टिकट पीआरएस के जरिए बुक कराई गई थी।
Source : News Nation Bureau