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कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब को लेकर शुरू हुआ विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. देशभर में हिजाब इन दिनों एक बहस का मुद्दा बनता दिखाई दे रहा है. र्नाटक में कड़े सुरक्षा घेरे में बुधवार को कॉलेज दोबारा खोले गये लेकिन हिजाब को लेकर प्रशासन और छात्राओं के बीच की रस्साकशी अब भी जारी है. कुंडापुर सरकारी कॉलेज में प्रबंधन ने ने हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं को वापस घर भेज दिया. इस दौरान जब छात्राओं को हिजाब उतारने के लिए कहा गया तो उन्होंने अदालत के अंतिम फैसले की प्रतीक्षा करने की बात कही. हिजाब की जिद या जिहाद का एजेंडा? न्यूज नेशन पर देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- संविधान की इतनी चिंता तो तीन तलाक के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन क्यों किया गया : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- मदरसों को स्टेट की फंडिंग मिलती है : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- फ्रीडम ऑफ चॉइस का हवाला देना बंद किया जाए : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- ये मदरसों के स्टेट फंडिंग की मांग करते हैं : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- ये चॉइस की नहीं दकियानूसी पुरानी सोच की बात है : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- महाराष्ट्र में : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- स्कूल में हर बच्चा एक समान होता है : मानवी तनेजा, मॉडल
- स्कूल में कोई हिंदू मुस्लिम नहीं होता : मानवी तनेजा, मॉडल
- कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए : मानवी तनेजा, मॉडल
- बच्चों की पढ़ाई से कोई समझोता नहीं होना चाहिए : मानवी तनेजा, मॉडल
- हर बात में हिजाब और बुर्के को न लाया जाए : मानवी तनेजा, मॉडल
- हर जगह का अपना एक ड्रेस कोड होता है : मानवी तनेजा, मॉडल
- आज महिलाएं चांद पर पहुंच गई हैं: मानवी तनेजा, मॉडल
- मुस्लिम महिलाओं को भी आगे बढ़ने दिया जाए: मानवी तनेजा, मॉडल
- ये आस्था की बात है : निलोफर मसूद, नेता, NC
- हिजाब हमारे यहां फर्ज है : निलोफर मसूद, नेता, NC
- हिजाब पर आखिर विवाद क्यों है : निलोफर मसूद, नेता, NC
- हिजाब विवाद के पीछे यूपी का चुनाव है : निलोफर मसूद, नेता, NC
- स्टेट को नियम बनाने का अधिकार है : निलोफर मसूद, नेता, NC
- बात अगर ड्रेस कोड या स्कूल के ड्रेस कोड तक रहती तो ठीक थी : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- ड्रेस कोड की आड़ में मुस्लिम महिलाओं का उत्पीड़न किया गया : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- लड़की को सरेआम नकाब उतारने को कहा गया : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- क्या सार्वजनिक स्थानों पर किसी का नकाब खोलने को कहा जा सकता है : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- मुस्ल्मि महिलाओं का मनोबल तोड़ा जा रहा है : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- कुरान के बारे हमें नहीं पता तो किसको पता है : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- धर्म पर कोई राजनीतिक बहस नहीं होनी चाहिए : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- मुस्लिम महिलाओं के पहनावे को कोरोना से जोड़ा जा रहा है : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- हिजाब को लेकर विकसित देशों का हवाला न दिया जाए : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- जिस भी देश में हिजाब बैन किया गया, वहां पर लोगों ने विरोध किया : डॉ. शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- शिक्षा का मतलब केवल किताबी ज्ञान नहीं होता : गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- 24 साल से सबकुछ शांति से चल रहा था : गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- चुनाव के दौरान यह मुद्दा जानबूझकर उठाया जा रहा है : गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- हिजाब प्रकरण का राजनीतिकरण किया जा रहा है : गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- देश संविधान से चलेगा : गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- यूनिफॉर्म स्कूल का अभिन्न अंग होती है : गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- मदरसों के भी अपने कुछ नियम कायदे होते हैं : गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- मस्जिद और मंदिर के भी अपने नियम होते हैं: गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- इसको जानबूझकर मुद्दा बनाया जा रहा है : फराह फैज, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट
- केरल हाईकोर्ट ने इसको लेकर साफ निर्देश दिए हुए हैं: फराह फैज, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट
- कोर्ट ने ड्रेस कोड फिक्स करने का अधिकार संस्थान को दिया है
- स्टेट को नियम बनाने का अधिकार है : फराह फैज, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट
- स्कूल के अंदर ड्रेस कोड होना जरूरी है : प्रियंका राणा, सामाजिक कार्यकर्ता
- उस स्कूल में केवल 6 बच्चियां ही हिजाब पहनने की जिद पर अड़ी थीं: प्रियंका राणा, सामाजिक कार्यकर्ता
- हिजाब जैसे मुद्दों का राजनीतिकरण न किया जाए : प्रियंका राणा, सामाजिक कार्यकर्ता
- यह धार्मिक मुद्दा नहीं, सियासी मुद्दा है : प्रियंका राणा, सामाजिक कार्यकर्ता
Source : News Nation Bureau
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