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देश में ओमिक्रॉन के साथ ही अब कोरोना वायरस के केस भी तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. जिसको लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को गाइडलाइन जारी की है. वहीं, कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों पर भी सवाल उठने लगे हैं. कोरोना काल में अलग-अलग राज्यों में हो रही चुनावी रैलियों को लेकर राजनीतिक दल निशाने पर आ गए हैं. कुछ लोगों का मानना है कि कोरोना को लेकर बरती जा रही सख्ती का तब तक कोई फायदा नहीं है, जब तक चुनावी रैलियों पर रोक नहीं लगाई जाती है. ऐसे में कुछ लोगों का सुझाव है कि रैलियां करने के लिए वर्चुअल तरीका भी अपनाया जा सकता है. क्या कोरोना को देखते हुए चुनावी रैलियां वर्चुअल होनी चाहिए? न्यूज नेशन पर देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- वर्चुअल रैली ही होनी चाहिए, फिजिकल रैली का कोई मतलब नहीं : राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- रैली करना जनता को खतरे में डालने वाली बात है : राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- रैलियों और चुनाव को लेकर विशेषज्ञों और स्वास्थ्य विभाग से बात करनी चाहिए : राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- चुनाव आगे—पीछे किए जा सकते हैं, लोगों की जान अनमोल है : राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- ओमिक्रॉन पहले से ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है : राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- राजनीति दल नहीं चाहेंगे कि चुनावों पर रोक लगे: राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- यह फैसला पीएम, हेल्थ डिपार्टमेंट और एक्सपर्ट्स के बीच में है : राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- यह फैसला चुनाव आयोग को करना है : राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार
- जब तक चुनाव की घोषणा नहीं हो जाती तब पब्लिक आॅर्डर सरकार देगी : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- भीड़ न लगने देना राज्य और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- कोरोना के नियम न मानने पर स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई का अधिकार है : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- कांग्रेस और बीजेपी इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- भारत में हर दिन 50 प्रतिशत केस बढ़ रहे हैं : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- भारत में रात को कर्फ्यू और दिन में रैलियां हो रही हैं : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- राजनीतिक दलों को केवल वोटों की चिंता है लोगों की नहीं : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- राजनीतिक दलों की कोई दिलचस्पी इंसानी जिंदगी बचाने में नहीं है : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- रैलियों में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- सबको चुनावों की चिंता है, आम लोगों को किसी की नहीं : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- जन स्वास्थ्य को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट को फैसला लेने का अधिकार : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- जिन इलाकों में धारा 144 लागू है, वहां रैलियां नहीं हो रही हैं : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- वर्चुअल रैली बीजेपी ने बिहार के चुनाव में शुरू की थी, उसका विरोध हुआ : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- कोरोना काल में केवल हमारी पार्टी के लाख लोग ही मदद के लिए निकले : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- यह दायित्व सत्ताधारी पार्टी का बनता है : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- पीएम मोदी के कहने पर कुंभ का मेला रोका गया : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- प्रधानमंत्री ने कोरोना काल में बंगाल में रैलियां की : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- सरकार इस बात की घोषणा करे कि अब वर्चुअल रैलियां ही होंगी : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- महाराष्ट्र में केस आ रहे हैं तो क्या यूपी में चुनावी रैली होनीं चाहिए : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- प्रधानमंत्री देश के मुखिया है वो फैसला लें, हम राज्य उनका आदेश मानेंगे : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- चुनावी दिशा निर्देश हम नहीं ला सकते, यह हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- अभी रैलियों में ही नहीं बाजारों और स्टेशनों पर भी बहुत भीड़ है : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- महाराष्ट्र में कौन सी चुनावी रैलियां हुई हैं, वहां कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुईं : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- केरल में चुनावी रैलियां क्यों होती हैं : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- महाराष्ट्र में शिवसेना उत्सव कर रही है, लोगों की भारी भीड़ है : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- हमारे मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बयान में वर्चुअल रैलियों का स्वागत किया : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- रैलियां हो या न हों यह प्रशासन तय करेगा : प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता BJP
- देश की सरकार ने कोविड प्रबंधन का कोई इंतजाम नहीं किया : अमीक जमई, SP प्रवक्ता
- लोगों की मौत सरकार के कुप्रंधन का परिणाम है : अमीक जमई, SP प्रवक्ता
- कोरोना की दूसरी लहर के समय बंगाल में चुनाव हुए : अमीक जमई, SP प्रवक्ता
- प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री दिशा दिखाने का काम क्यों नहीं कर रहे : अमीक जमई, SP प्रवक्ता
- इलेक्शन जल्दी खत्म हो जाने चाहिए, ताकि नई सरकार आए : अमीक जमई, SP प्रवक्ता
- चुनाव सरकार को फैसला सबको मानना होगा : अमीक जमई, SP प्रवक्ता
- हमारे लिए पहले नागरिक हैं और चुनाव बाद में : अमीक जमई, SP प्रवक्ता
- कोरोना का केस बढ़ना चिंता का विषय है : अनिला सिंह, BJP प्रवक्ता
- आज के जमाने में वर्चुअल रैली अच्छा आइडिया है : अनिला सिंह, BJP प्रवक्ता
- वर्चुअल रैली की शुरुआत बीजेपी ने की थी : अनिला सिंह, BJP प्रवक्ता
- वर्चुअल रैली के लिए सभी दलों को एक मंच पर आना होगा : अनिला सिंह, BJP प्रवक्ता
- सरकार नहीं पार्टी चुनाव लड़ती है : अनिला सिंह, BJP प्रवक्ता
- सभी सरकारें चाहती हैं कि लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें : अनिला सिंह, BJP प्रवक्ता
- कोरोना महामारी राष्ट्रीय मुद्दा है, इसको लेकर सभी दल नीति बनाएं : अनिला सिंह, BJP प्रवक्ता
- ओमिक्रॉन बहुत तेजी के साथ फैलता है : डॉ. राहुल भार्गव, निदेशक, फोर्टिस अस्पताल
- रैलियों में कोई राजनीतिक दल लोगों को मास्क पहनने के लिए नहीं कह रहा : डॉ. राहुल भार्गव, निदेशक, फोर्टिस अस्पताल
- केस बढ़ते ही दवाइयां कम हो जाती हैं, हॉस्पिटल फुल हो जाते हैं : डॉ. राहुल भार्गव, निदेशक, फोर्टिस अस्पताल
- ओमिक्रॉन को हल्के में न लिया जाए : डॉ. राहुल भार्गव, निदेशक, फोर्टिस अस्पताल
- राजनीतिक दल डिजीटल रैलियां करें : डॉ. राहुल भार्गव, निदेशक, फोर्टिस अस्पताल
Source : News Nation Bureau
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