इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति अब नहीं दिखाई देगी. अमर जवान ज्योति को बड़े सम्मान के साथ वॉर मेमोरियल की लौ में विलय कर दिया गया है. इसे लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला किया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा, कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते, कोई बात नहीं..हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे. केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जिन्होंने जवानों द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक का प्रमाण मांगा, शहीदों को समर्पित प्रथम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि नहीं दी..सुना है, वो आज राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ा रहे है. कोई कह दे उनसे, सच्चे राष्ट्रभक्त भारत के टुकड़े का नारा लगाने वालों का समर्थन नहीं करते है. अमर जवान ज्योति पर क्यों सियासी घमासान? न्यूज नेशन पर देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- दशकों से हम नेशनल वॉर मेमोरियल मांग रहे थे : मेजर जनरल जीडी बख्शी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- नेशनल वॉर मेमोरियल पिछले 70 साल तक नहीं बना था, ये बना 2019 में : मेजर जनरल जीडी बख्शी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- आजाद भारत में शहीद हुए जवानों का नाम इंडिया गेट पर नहीं है : मेजर जनरल जीडी बख्शी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- 70 साल में वॉर मेमोरियल नहीं बना था : मेजर जनरल जीडी बख्शी (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- अमर जवान ज्योति पर शहीदों के नाम अंकित नहीं थे : मेजर जनरल केके सिन्हा (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- आज ऐतिहासिक दिन है जब दो मशालों को एक कर दिया है : मेजर जनरल केके सिन्हा (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- जवानों की शहादत को सम्मान : मेजर जनरल केके सिन्हा (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- वॉर मेमोरियल के लिए हमने 60 साल तक लड़ाई लड़ी थी : मेजर जनरल केके सिन्हा (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- हमारे दिलों में ज्योति जलती है : मेजर जनरल केके सिन्हा (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- सभी शहीदों के लिए वॉर मेमोरियल बनाया गया है : प्रो. राकेश सिन्हा, सांसद, BJP
- प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पहले अमर जवान ज्योति जाए या वॉर मेमोरियल जाए : प्रो. राकेश सिन्हा, सांसद, BJP
- द्वितीय विश्व युद्ध में भारत शामिल नहीं था : प्रो. राकेश सिन्हा, सांसद, BJP
- जो शहादत अंग्रेजों के लिए हुए थे उन्हें हम शहीद नहीं मानते हैं : प्रो. राकेश सिन्हा, सांसद, BJP
- 1962 में जिन लोगों ने चीन का साथ दिया वो आज कैसे खुश हो सकते हैं : अवनिजेश अवस्थी, राजनीतिक विश्लेषक
- जिन शहीदों के लिए अमर जवान ज्योति जलाई गई थी उनका नाम ही वहां नहीं था : अवनिजेश अवस्थी, राजनीतिक विश्लेषक
- जहां पर 26 हजार से ज्यादा शहीदों के नाम है वहां पर ज्योति जल रही है : अवनिजेश अवस्थी, राजनीतिक विश्लेषक
- जहां शहीदों का नाम, वहीं ज्योति जलनी चाहिए : अवनिजेश अवस्थी, राजनीतिक विश्लेषक
- 1971 वॉर में एक नया मुल्क सिर्फ 13 दिन बना था : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक
- अमर जवान ज्योति को बुझाया गया है : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक
- क्या हम दो मशाल को मेंटेन नहीं कर सकते हैं : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक
- जब पीएम मोदी प्लेन खरीद सकते हैं तो क्या दो मशाल नहीं जला सकते हैं : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक
- 2014 के बाद से समस्या शुरू हुई : विवेक श्रीवास्तव, नेता, लेफ्ट
- राष्ट्रपति भवन और कनॉट प्लेस अंग्रेजों ने बनाया था, क्या उसे आप हटा देंगे : विवेक श्रीवास्तव, नेता, लेफ्ट
- दिल्ली के बीचोबीच में अमर जवान ज्योति थी : विवेक श्रीवास्तव, नेता, लेफ्ट
- वन रैक, वन पेंशन आज तक नहीं मिला है : लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल दुहून (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- अगर आज तक वॉर मेमोरियल नहीं था तो क्यों नहीं था : लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल दुहून (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- अगर इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति गलत है तो सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा सही है : लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल दुहून (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- शहीदों के लिए ही वॉर मेमोरियल और अमर जवान है : लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल दुहून (रिटा.), रक्षा विशेषज्ञ
- लौ बुझाया नहीं जा रहा है, बल्कि विलय किया गया है : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- इंदिरा और राजीव गांधी मेमोरियल बन है, लेकिन शहीदों के लिए वॉर मेमोरियल नहीं बनाया गया : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- आज नेता जी मेमोरियल बन रहा है विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- राष्ट्रनीति पर राजनीति हो रही है : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- लौ को बुझाया नहीं, विलीन किया गया : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए : शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- अमर जवान ज्योति को वॉर मेमोरियल में विलय करने का विचार चुनाव के वक्त ही क्यों आया : इंशा सिद्दीकी, गाजियाबाद
Source : News Nation Bureau