देश की बहस में आज हम वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया और टीवी पर आए मेहमानों के साथ 'किसान आंदोलन के बहाने राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान क्यों?' मुद्दे पर बातचीत किया. आपको बता दें कि देश के कई राज्यों में किसान आंदोलन का असर दिखाई दे रहा है. देश की राजधानी दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में किसानों के इस आंदोलन का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. CAIT के मुताबिक लगभग 27 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के व्यापार का नुकसान होने का अनुमान है, वहीं पीएचडी चैंबर के मुताबिक इस आंदोलन से करीब 70,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. CAIT ने बताया कि इस आंदोलन की वजह से 50% ट्रक देश के अन्य राज्यों से सामान दिल्ली नहीं ला पा रहे हैं. आइए आपको बताएं इस बहस में किस गेस्ट ने अपनी क्या राय रखी.
किसान आंदोलन के नाम पर एक कंपनी को किया जा रहा टारगेट, यह पूरी तरह आर्गनाइज्ड : अनिल कौशल
Mobile Tower, Desh Ki Bahas, Deepak Chaurasia, Kisan Andolan, Farmer Protest
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर अनिल कौशल ने कहा, आप आंदोलन से टेलीकम्युनिकेशन को बाधित कर रहे हैं. कोरोना काल में टेलीकम्युनिकेशन ही हमें एक-दूसरे का हाल लेने में मदद कर रहा था. यह बहुत ही निंदनीय है. एक ही कंपनी को टारगेट करने से यह पूरी तरह से ऑर्गनाइज्ड लगता है. अगर आपको कोई कंपनी पसंद नहीं है तो सबसे अच्छा तरीका नंबर पोर्टेबिलिटी का हो सकता है.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
कहां ये कंपनियां आपकी जमीनें कब्जा रही हैं, राज्य सरकार ने तो FIR तक नहीं कराया : मनोज गैरोला
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर न्यूज नेशन के एडिटर-इन-चीफ मनोज गैरोला ने कहा, किसानों का मंच बहुत बड़ा मंच है. कहां ये आपकी जमीनों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. साल 2016 में तीन ऑपरेटर थे एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन. डीओटी ने अब तक एक नोटिफिकेशन तक नहीं भेजा है. स्टेट गवर्नमेंट पूरी तरह से मूक दर्शक बनी रही और किसी पर एफआईआर तक नहीं किया गया. जब हमारे रिपोटर्स ने लोगों से पूछा तो उनका जवाब था कि ये बात उनके नेताओं ने उन्हें बताई हैं. उन्हें बताया गया है कि जो टॉवर टूट गए हैं, सबलोग अपना नंबर एयरटेल और वोडाफोन में पोर्ट करवा लें.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
हमने 30 तारीख के पेपर में विज्ञापन देकर टॉवर न तोड़ने की अपील की थी : कृपाल सिंह
Mobile Tower, Desh Ki Bahas, Deepak Chaurasia, Kisan Andolan, Farmer Protest
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर किसान कृपाल सिंह ने कहा, मैं इस तरह के एक्शन को ठीक नहीं मानता. हमने 30 तारीख को पेपर में विज्ञापन देकर टॉवर न तोड़े जाने का आह्वान किया था. हमने प्रदर्शनकारियों से अपील की थी कि वो ऐसा न करें. हमने अपने नौजवानों को बोला था कि आप नंबर पोर्ट करवा लो लेकिन टावर मत तोड़ो.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
जब किसानों को ये बिल मंजूर नहीं है तो आप इस बिल को वापस नहीं ले रहे हैं : हरीश रावत
Mobile Tower, Desh Ki Bahas, Deepak Chaurasia, Kisan Andolan, Farmer Protest
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, यह मसला केवल कानून व्यवस्था का नहीं, यह बहुत बड़ा मसला है. जब किसानों को ये बिल मंजूर नहीं है तो आप इस बिल को वापस नहीं ले रहे हैं. एक संवेदनशील राज्य में हालात बिगड़ जाएं तो उसका खामियाजा भी राज्य को ही भुगतना पड़ता है. किसान इस कड़कड़ाती ठंड में दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं. हम कार्रवाई करेंगे लोगों को जेल में भी डालेंगे लेकिन हमें अपने तरीके से कार्रवाई करने दी जाए. ये कैसी सरकार है जो कॉर्पोरेट घरानों को काबू नहीं कर पा रही है.
#मोबाइलटावरकोनुकसानक्यों? #DeshKiBahas
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
ये कौन लोग हैं जो टॉवर तोड़कर आंदोलन को बिगाड़ रहे हैं, पंजाब सरकार क्या कर रही है : शाहनवाज हुसैन
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, अगर कोई आंदोलन करे तो देश की संपत्ति या प्राइवेट संपत्ति को नुकसान न पहुंचाए. पंजाब सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. लोग टावर को उखाड़ने के लिए उस पर खड़े हैं. किसान भाइयों ने तो खुद ही वादा किया था कि हम शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं. तो फिर ये कौन लोग हैं जो आपके आंदोलन को बिगाड़ रहे हैं. आज कल मासूम बच्चे जो ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं, आपके टॉवर तोड़ने पर उन बच्चों का क्या कसूर था. आप लोगों की इस हरकत पर बच्चों का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कौन करेगा. ये टावर तोड़ो अभियान तो आपके आंदोलन को शांतिपूर्ण नहीं रहने देंगे.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
आप पंजाब के बच्चों पर NSA लगवाना चाहते हैं, पंजाब को जलाना चाहते हैं : सुरेंद्र राजपूत
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, पंजाब में टावर तोड़ने की हरकत पर तो उपभोक्ता और किसान दोनों ही नुकसान उठा रहे हैं तो केंद्र सरकार क्या कर रही है. सरकार कह रही है कि किसानों को विपक्ष ने भड़का दिया है. तो ऐसे ही कुछ कॉर्पोरेट घरानों के बहकावे में लोगों ने वहां पर टॉवर तोड़ दिये हैं. सरकार उन पर कार्रवाई करे. आप पंजाब के बच्चों पर NSA लगवाना चाहते हैं. आप पंजाब को जलाना चाहते हैं.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
पंजाब में कांग्रेस नेताओं की हरकत से अमरिंदर सरकार पर सवालिया निशान लग गए हैं : संजू वर्मा
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर बीजेपी प्रवक्ता संजू वर्मा ने कहा, एक कहावत है- उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, चोरी के बाद सीना जोरी. पंजाब में कांग्रेस नेताओं की हरकत ने वहां की सरकार पर सवालिया निशान लगा दिया है. रवनीत सिंह बिट्टू ने धमकी दी है कि पंजाब में किसी भी बीजेपी नेता को घर से बाहर नहीं निकलने देंगे.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
किसान आंदोलन को पूंजीवाद विरोधी आंदोलन में बदलने के पंफलेट बंट रहे हैं : विजय सरदाना
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर विजय सरदाना ने कहा, अगर आप प्रदर्शन क्षेत्र में गए हों तो मैं आपको बता दूं कि वहां पर पंफलेट बंट रहे हैं कि किसान आंदोलन को पूंजीवाद विरोधी आंदोलन में तब्दील करो. क्या हमारे किसान नेताओं को ये बात नहीं दिखाई दे रही है. हमारे किसान नेता या तो इन लोगों को इस बात का समर्थन दे रहे हैं या फिर आंख मूंदे बैठे हैं. किसान नेताओं ने इस पंफलेट पर एफआईआर क्यों नहीं लिखवाई?
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
किसान आंदोलन और मोबाइल टावर तोड़ना राज्य सरकार की ओर से प्रायोजित था : रमनीक मान
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर किसान रमनीक मान ने कहा, मोबाइल टावर तोड़ना राज्य सरकार की ओर से प्रायोजित था. अभी थोड़ी देर पहले हरीश रावत कह रहे थे कि हम अपने हिसाब से कार्रवाई करेंगे और सुरेंद्र राजपूत जी कह रहे थे कि हमने कार्रवाई कर दी है. जो पंजाब के मुख्यमंत्री है वो 6 माह से अपने कार्यालय नहीं जा रहे. ऐसी क्या इमरजेंसी आ गई है उनके यहां कि वो अपने फॉर्म हाउस में रह रहे हैं.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
जम्मू-कश्मीर में महीनों तक संचार सिस्टम बंद रहा तो किसी को चिंता नहीं हुई कि बच्चे कैसे पढ़ेंगे : आलोक शर्मा
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा, पहले कहा गया कि चीन से पैसा आ रहा है. अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस फंडिंग कर रही है. किसानों को नक्सली कहा गया, खालिस्तानी कहा गया, टुकड़े- टुकड़े गैंग कहा गया. अगर चीन और पाकिस्तान से पैसे आ रहे हैं तो केंद्र सरकार क्या कर रही है. जब जम्मू-कश्मीर में कई महीनों तक मोबाइल टावर बंद रहे तब किसी को चिंता नहीं हुई कि बच्चे कैसे पढ़ेंगे. जैसे आपने एक हैशटैग जस्टिस फॉर सुशांत चलाया था वैसे ही एक हैशटैग जस्टिस फॉर किसान चला दीजिए. पंफलेट बंट रहे हैं तो दिल्ली पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. क्या पूंजीवादियों का विरोध करना देशद्रोह है. 60 किसान आंदोलन में शहीद हो गए और आप लोग प्रवचन दे रहे हैं.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
मोबाइल टॉवर पर डिबेट हो रही है, किसानों की मौत पर बहस क्यों नहीं हुई : जसकरन सिंह
आंदोलन के बहाने 'सिस्टम' क्यों हाईजैक? आंदोलन की आड़ में 'अर्थतंत्र' को नुकसान क्यों? विरोध के नाम पर हुड़दंग, पंजाब में करोड़ों फोन ठप्प, इन मुद्दों पर अमृतसर किसान यूनियन के अध्यक्ष जसकरन सिंह ने कहा, आखिरकार ये प्रॉब्लम पैदा क्यों हुई इस पर भी सोचना चाहिए. जब टॉवर तोड़ दिए गए तो मीडिया से लेकर सरकार तक बात पहुंची लेकिन जिन किसानों की मौत इस आंदोलन में हुई उस पर क्यों नहीं डिबेट हुई.
#मोबाइल_टावर_को_नुकसान_क्यों #DeshKiBahas
Source : News Nation Bureau