महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. उन्होंने कहा है कि, भगवान कृष्ण के जन्मस्थान में किसी भी तरह का विकास, सद्भाव की भावना और कानून की पालना करते हुए किया जाएगा. धर्म नगरी अयोध्या में तैयार राम मंदिर की तुलना करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि, "चाहे मथुरा हो, काशी हो या अयोध्या, ये हम सभी के लिए बहुत पवित्र स्थान हैं. लोग उम्मीद करते हैं कि श्री कृष्ण के जन्मस्थान का भी विकास किया जाना चाहिए."
देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि, "जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भगवान राम का मंदिर पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत बनाया गया है, उसी तरह भगवान कृष्ण जन्मभूमि का निर्माण भी सद्भाव और कानून के तहत होगा."
गौरतलब है कि, इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विधानसभा में मथुरा भगवान कृष्ण के जन्मस्थान, जहां अब शाही ईदगाह मस्जिद है, उसकी वकालत करते नजर आए थे.
क्या है मामला?
बता दें कि, बीते कई सालों से हिंदू समूहों द्वारा मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद में हिंदू धर्म के प्रमुख देवता भगवान कृष्ण का जन्मस्थान होने का दावा किया जा रहा है, साथ ही यहां कृष्ण मंदिर के निर्माण की मांग की जा रही है.
हिंदुत्व संगठनों का दावा है कि शाही ईदगाह मस्जिद मूल केशव देव मंदिर की जगह पर बनाई गई थी, जो भगवान कृष्ण के जन्मस्थान को चिह्नित करता है. कहा जाता है कि 17वीं शताब्दी में मुगल बादशाह औरंगजेब के शासनकाल के दौरान मंदिर को नष्ट कर दिया गया था. अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के बाद इस विवाद ने नए सिरे से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.
Source : News Nation Bureau