गो फर्स्ट के उड़ानें रद्द करने पर डीजीसीए ने शिकंजा कसा है. आपको बता दें कि 3 मई और 4 मई को भी उड़ानें रद्द की गई थीं. जिसके बाद डीजीसीए ने कंपनी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया था. डीजीसीए ने पूछा कि उसकी जानकारी के बिना उड़ानें कैसे रद्द कर दी गईं. अब एक बार डीजीसीए ने सख्त कार्रवाई करते हुए कंपनी से उन सभी यात्रियों के पैसे वापस करने को कहा है जिनकी उड़ानें रद्द की गई हैं.
विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने गो फर्स्ट के खिलाफ किया कार्रवाई
यात्रियों के हित में फैसला लेते हुए डीजीसीए ने कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. बता दें कि किसी भी एयरलाइन को उड़ान रद्द करने से पहले डीजीसीए को सूचित करना होता है. डीजीसीए की अनुमति के बिना कोई भी कंपनी उड़ानें रद्द नहीं कर सकती है. इसलिए ऐसे में कंपनियों को डीजीसीए से अनुमित लेना पड़ता है. अगर कोई एयरलाइन ऐसा नहीं करती है तो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है.
आखिर यात्रियों को कबतक मिलेगा पैसा
GoFirst एयरलाइन के पास वर्तमान में लगभग 180-185 उड़ानें संचालित हैं. कंपनी हर दिन कम से कम 30,000 यात्रियों को सफर कराती है। इसी बीच बार-बार उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा किया. फ्लाइट कैंसिल होने के बाद कई लोगों ने रिफंड की गुहार लगाई, जिसके बाद डीजीसीए भी हरकत में आया. कुछ यात्रियों ने लिखा कि एयरलाइन का व्यवहार काफी हैरान करने वाला था. सोशल मीडिया पर यात्रियों के गुस्से के बाद अब कंपनी की जिम्मेदारी है कि यात्रियों को जल्द से जल्द पैसे दे ताकि यात्रियों को टिकट का पैसा मिला जाए. अब देखना होगा कि कंपनी कब तक अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए यात्रियों का पैसा रिफंड करती है.
HIGHLIGHTS
- वर्तमान में लगभग 180-185 उड़ानें संचालित हैं
- हर दिन कम से कम 30,000 यात्रियों को सफर कराती है
- डीजीसीए ने कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है
Source : News Nation Bureau