डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीजीएमओ) ने सोमवार को अपने पाकिस्तानी समक्ष के साथ बात की है। पाकिस्तानी समकक्ष के साथ बातचीत में लाइन ऑफ कंट्रोल पर हालिया स्थिति पर बात हुई और पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई सीमा पर अनावश्यक बढ़ोतरी पर चर्चा हुई।
इसके अलावा डीजीएमो भारतीय आर्मी ने पाकिस्तान को यह भी बताने की कोशिश की कि अगर पाकिस्तानी आर्मी सीमा पर घुसपैठ या फिर एलओसी पर फायरिंग जारी रखेगी तो भारतीय सेना उसका खिलाफ एक्शन लेगी। इसके साथ ही डीजीएमओ भारतीय सेना ने शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
बता दें कि इन दिनों लगातार भारतीय सेना सीमापार पाकिस्तान की ओर से की जारी चुनौतियों का सामना कर रही हैं और सीमापार मुठभेड़, घुसपैठ की कोशिशों में इज़ाफा हुआ है।
सोमवार सुबह ही जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा इलाके में सुरक्षाबलों के साथ आंतकियों के बीच मुठभेड़ में 4 आतंकी मारे गए थे।
DGMO Indian Army also conveyed that if Pak Army continues to abet infiltrators & cause trance LoC firing, Indian Army will take apt actions
— ANI (@ANI_news) June 5, 2017
आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा जिले के संबल में सुरक्षाबलों की 45वीं बटालियन के सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया था। जिसकी जवाबी कार्रवाई में सेना ने हमले के जवाब में मोर्चा संभाला और आत्मघाती हमले को विफल करते हुए मुठभेड़ में 4 आंतकियों को मार गिराया।
जम्मू-कश्मीर में सेना के काफिले पर आतंकी हमला, दो जवान शहीद, 4 घायल
इससे पहले 3 जून को भी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर हाईवे पर काजीगुंड में सेना के काफिले पर हमला हुआ था। इस हमले में सेना के दो जवान शहीद हुए थे जबकि 4 अन्य गंभीर रुप से घायल हुए थे।
जम्मू-कश्मीर: पुंछ में पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, एक की मौत, 2 घायल, भारत की जवाबी कार्रवाई जारी
इससे पहले 1 जून को एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से सीज़फायर उल्लंघन किया गया था। जिसके जवाब में भारतीय सैनिकों द्वारा की गई गोलीबारी में 5 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे जबकि 6 से ज़्यादा घायल हुए थे।
इसके बाद पाकिस्तान ने वहां नियुक्त भारतीय उच्चायुक्त जेपी सिंह को तलब किया था और गोलीबारी के संबंध में भारत को कड़ी चेतावनी दी गई थी। बीते कुछ समय में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हुए हमलों की घटनाओं में काफी तेज़ी आई है।
वहीं, इस बीच रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए साफ कहा था कि मौजूदा हालात में भारतीय सेना एलओसी पर अपना दबदबा बनाए रखेगी।
उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान द्विपक्षीय शांति वार्ता के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के सभी प्रयासों को दबाने का प्रयास कर रहा है और इसके लिए कई कदम भी उठाए गए हैं।
जेटली ने कहा, 'भारत सरकार पहले भी हालात सामान्य करने के लिए कई महत्वपूर्ण क़दम उठा चुकी है। जैसे कि पीएम मोदी लाहौर में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के परिवार में एक समारोह में भी शरीक हुए।'
उन्होंने कहा, 'लेकिन, पाकिस्तान ने हमेशा संबंधों को ख़राब करने की ही कोशिश की है। पठानकोट या उरी हमला या भारतीय सैनिकों के शवों के साथ बर्बरता का मामला ही देख लीजिए।'
पाकिस्तान को घेरते हुए अरुण जेटली ने कहा था कि पाकिस्तान शांति बनाए रखने में साथ नहीं दे रहा। इसीलिए एलओसी पर भारतीय सेना का दबदबा बना रहेगा।
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Source : News Nation Bureau