पाकिस्तान में बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य और शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी पर एक आपराधिक मामला लंबित है. आडवाणी समेत 17 अन्य लोगों पर पाकिस्तान के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति मोहम्मद अली जिन्ना की हत्या का मामला दर्ज है. यह मामला 10 सितंबर 1947 को कराची के जमशेद क्वार्टर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था.
मामला कुछ यूं है कि 1927 में कराची में जन्में लालकृष्ण आडवाणी अपने कॉलेज दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे. बाद में वे संघ के प्रचारक बतौर कराची में काम करने लगे. हालांकि उन्हीं दिनों देश का विभाजन हो गया. पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के बाद आडवाणी भारत आ गए. यह अलग बात है कि विभाजन ने वहां के मूल निवासियों को परेशानी में डाल दिया था. इसी कारण आडवाणी समेत अन्य लोगों ने इसीक खिलाफत की थी. ऐसे में आडवाणी पर जिन्ना की हत्या का षड्यंत्र रचने और फिर प्रयास करने का मामला दर्ज हुआ था
इस आपराधिक मामले के चर्चे आडवाणी की 2005 में पाकिस्तान यात्रा के दौरान भी हुए थे. उस वक्त पाकिस्तान हुक्मरानों से पूछा गया था कि वह आडवाणी के खिलाफ उस पुराने मामले पर कार्रवाई करेंगे या नहीं. इस पर कुछ पाकिस्तान हुक्मरानों ने आपराधिक मामले की जानकारी होने से ही इंकार कर दिया था, तो कुछ ने कहा कि परस्पर विश्वास बढ़ाने के लिए पाकिस्तान आ रहे बीजेपी नेता आडवाणी पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. गौरतलब है कि 2005 में आडवाणी अपनी पत्नी और बेटी के साथ हफ्ते भर की यात्रा पर पाकिस्तान गए थे.
Source : News Nation Bureau