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हाथरस मामले (Hathras Case) में रोज-रोज नए खुलासे हो रहे हैं. घटनास्थल का 14 सितंबर वाला वीडियो सामने आया है. वीडियो में 4 हंसिए, एक चप्पल और बिखरे सामान दिख रहे हैं. पुलिस का कहना है कि मौके पर पहुंची टीम ने वीडियो शूट किया था. जेल से आरोपियों ने लेटर लिखकर SP से फरियाद की. हाथरस को भड़काने के बीच क्या इंसाफ़ की आवाज दब गई? दीपक चौरसिया के साथ देखिया देश की बहस...मुख्य अंश यहां पढ़ें.
- देश की बहस में पीड़िता की भाभी बोलीं- साजिश रची जा रही है
- आरोपी की कोई भी बात सच नहीं है, सब बात गलत है : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- हमारे घर में एक ही फोन है, जो हमेशा पापा के पास रहता है, ये हमें गुमराह करने की साजिश हो रही है : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- ये लोग अब बचने के लिए ऐसा कर रहे हैं, न तो कोई फोन किया गया है और न ही कोई बात हुई है : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- जिन लोगों ने देखा क्या उस समय सब मर गए थे क्या : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- अगर आज इंसाफ नहीं मिलेगा तो भविष्य में किसी लड़की को न्याय नहीं मिलेगा : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- अगर लड़के के परिवार को पता था तो उन्होंने क्यों नहीं रोका : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- जब मैं रोड पर रो रही थीं तो सारी महिलाएं देखकर हंस रहे थे, क्योंकि ये सोची समझी साजिश थी : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- अगर कोई गलती नहीं की थी तो शव को क्यों जला दिया गया : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- मुझे न्याय चाहिए, मैं और कुछ नहीं जानती हूं : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- ये दुनिया को पता है, बच्ची ने मरते वक्त आरोपियों का नाम लिया है तो क्या ये झूठा है : पीड़िता की भाभी, हाथरस
- तकनीकी के माध्यम से ये सब साक्ष्य सामने आ रहा है, इसे झूठ नहीं कहा जा सकता है : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- दोनों परिवार एक ही गांव के थे, इसलिए दोनों एक-दूसरे को जानते थे : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- लड़की की भाई ने एक दिन कहा कि तुम्हारी कॉल आती है, तो उसने मना कर दिया था : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- 14 सिंतबर को मेरा लड़का ड्यूटी के लिए निकल गया था, यहां कोई घटना नहीं घटी है, न तो किसी ने चीखपुकार सुनी थी : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- अगर ऐसी घटना होती तो वे लोगों ने दरेती या कोई हथियार का प्रयोग क्यों नहीं किया: अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- मैं भी बिटिया की न्याय की गुहार लगा रहा हूं : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- अगर बेटे दोषी हैं तो उन्हें जरूर दंड मिलना चाहिए : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- अगर मेरे बच्चे अपराधी हैं तो उन्हें गोली से उड़ा देना चाहिए : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- मेरे बच्चे के सारे टेस्ट करा लो, हम हर जांच के लिए तैयार हैं : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- ये लोग सिर्फ एक बच्चे के ऊपर एफआईआर कर रहे हैं और अब ये तीन लोगों को और नाम बढ़ा रहे हैं : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- जितनी सरकार मुआवजा दे रही है उतना मुआवजा मैं दे दूंगा, लेकिन अगर वे दोषी पाए गए तो जितना मुआवजा उन्हें मिल रहा है वह हमें मिलना चाहिए : अभियुक्त के बाबा, हाथरस
- फोन कॉल से कहीं न कहीं प्रेम संबंध की बात सामने आ रही है : एपी सिंह, वकील
- किसी भी भाई या पिता को अफेयर वाली बात बुरी लगेगी ही : एपी सिंह, वरिष्ठ वकील
- हाथरस मामले में थाने स्तर पर गलती हुई है, पुलिस को अच्छे जांच करनी चाहिए थी : एके जैन, पूर्व डीजीपी, यूपी
- यूपी सरकार ने खुद ही सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में हलफनामा दायर किया है, ये कोई करता नहीं है : एके जैन, पूर्व डीजीपी, यूपी
- ये यूपी सरकार की जिम्मेदारी है, अगर यूपी पुलिस फोन होती है तो योगी सरकार कठघरे में खड़े होते हैं : विवेक श्रीवास्तव, लेफ्ट नेता जिस तरह से योगी सरकार ने साफ कहा कि हम सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं, इतने साफ तरीके से कोई नहीं कहता है : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, बीजेपी
- सोनिया गांधी के इशारे पर अभी भी पालघर मामले की जांच सीबीआई से नहीं कराई गई : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, बीजेपी
- रेप पीड़िता को न्याय मिले ये सब चाहते हैं, रात में शव जलाना और फिर जांच में लापरवाही इससे साफ है कि योगी सरकार फेल है : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- अगर कोई काम अच्छा होगा तो हम भी योगी सरकार के साथ खड़ेंगे, लेकिन कोई अच्छा काम नहीं हुआ है: आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- पालघर में 8 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन यूपी में अभी तक कोई नहीं पकड़ा गया : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाथरस की घटना भयावह थी, क्या ये भी कांग्रेस के कहने पर कहा गया था : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- जिस तरह से मीडिया में आ रहा था कि लड़की की जीभ कट गई थी, लेकिन इस पर कंर्फ्यूज क्रिएट किया गया है : डॉ. कौशल किशोर मिश्रा, आर्थोपेडिग सर्जन
- रात में जैसे पीड़िता को जलाया गया इसका सपोर्ट कोई हिंदू समाज नहीं करता है : डॉ. कौशल किशोर मिश्रा, आर्थोपेडिग सर्जन
- किसी भी बच्ची के साथ ऐसा अपराध नहीं होना चाहिए : शैली शर्मा, दिल्ली, दर्शक
- पहले अपराध होना और फिर उसके बाद इसे जातिवाद आ जाना, ऐसा नहीं होना चाहिए : शैली शर्मा, दिल्ली, दर्शक
- 14 सितंबर को घटना हुई तो उस बच्ची ने बयान दिया था : देव आहूजा, दिल्ली, दर्शक
- जब एआईटी जांच कर रही है और सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी गई है तो उन्हें क्यों आपत्ति है : देव आहूजा, दिल्ली, दर्शक
Source : News Nation Bureau
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