नोटबंदी के बाद डिजिटल वॉलेट्स के व्यापार में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी देखी जा रही है, वहीँ इन पर हैकरों का ख़तरा भी मंडरा रहा है। रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के नए सिफारिशों के बाद अब इन कंपनियों को अपनी सुरक्षा दुरुस्त करने के लिए स्पेशल ऑडिट करवाना पड़ रहा है। सुरक्षा में कोई कमी-कमज़ोरी ना रहे, इसके लिए उन्हें अपने प्लेटफार्म पर नए फीचर्स जोड़ने पड़ रहे हैं।
अभी कुछ ही दिन पहले केंद्रीय बैंक ने नोटिफिकेशन जारी कर इन कंपनियों को अपनी सिक्योरिटी सिस्टम का स्पेशल ऑडिट करने के लिए कहा था। ये स्पेशल ऑडिट वही कर सकेंगे, जो इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम से जुड़े हुए हैं।
ये विशेषज्ञ हार्डवेयर स्ट्रक्चर, ऑपरेटिंग सिस्टम और अहम ऐप्लिकेशंस, सिक्यॉरिटी और कंट्रोल, ऐप्लिकेशंस से जुड़े ऐक्सेस कंट्रोल, डिजास्टर रिकवरी प्लान आदि की जाँच करेंगे।
बता दें कि अभी भी भारत में ऑनलाइन खरीदारों की आर्थिक सुरक्षा के लिए ऐसे कानूनों की कमी है, जो उनके पैसे बचा सके। सरकार इस दिशा में भी काम कर रही है कि नया क़ानून इसे दुरुस्त कर सके।
Source : News Nation Bureau