तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) में गुटबाजी जारी है।
इस बीच जेल में बंद शशिकला के भतीजे और महासचिव दिनाकरन ने पार्टी अधिकारियों से धमकी भरे लहजे में कहा है कि अगर वह मुख्यमंत्री पलानीसामी की बैठक में शामिल होते हैं तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा।
दिनाकरन ने जारी एक बयान में कहा कि जब पार्टी के 20 प्रतिशत सदस्य लिखित में दें, तभी महापरिषद की बैठक बुलाई जा सकती है।
दिनाकरन के मुताबिक, इस समय जेल में बंद महासचिव वी.के. शशिकला को ही महापरिषद और कार्यकारी समिति की बैठक बुलाने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि पलनीस्वामी और पन्नीरसेल्वम द्वारा 12 सितंबर को बुलाई गई बैठकें अवैध हैं। दिनाकरन ने पार्टी सदस्यों से बैठकों में शामिल न होने का आग्रह करते हुए साथ ही चेतावनी दी कि बैठक में शामिल होने वालों के खिलाफ 'कड़ी कार्रवाई' की जाएगी।
आपको बता दें की पिछले साल दिसंबर में जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके में 3 गुटों में बंट गई थी। पार्टी की महासचिव वी.के. शशिकला के खिलाफ विद्रोह करने वाला पहला गुट पन्नीरसेल्वम का रहा।
बाद में उभर कर आए दूसरे दो गुटों में मुख्यमंत्री पलनीस्वामी व उप महासचिव टीटीवी दिनाकरन का गुट है। हालांकि पिछले दिनों पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम गुट ने विलय कर लिया था।
अब दिनाकरन ने 19 विधायकों के साथ विरोध का झंडा बुलंद कर दिया है। जिन्हें शुक्रवार को तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल ने नोटिस जारी कर 5 सितंबर तक जवाब मांगा है।
आपको बता दें की मुख्यमंत्री पलानीसामी और पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम वाले धड़ों के विलय से नाराज दिनाकरन गुट के 19 विधायकों ने राज्यपाल सी. विद्यासागर राव को मुख्यमंत्री से समर्थन वापसी का ज्ञापन सौंपा है।
19 विधायकों के बागी रुख से पलानीसामी की सरकार अल्पमत में आ गई है। विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री से विधानसभा में बहुमत साबित करने की मांग की है।
एआईएडीएमके के पास इस समय 134 विधायकों का समर्थन है, लेकिन दिनाकरन गुट द्वारा समर्थन वापस लिए जाने की स्थिति में यह संख्या 115 ही रह जाएगी।
तमिलनाडु की 234 सदस्यीय विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद से एक सीट रिक्त चल रही है।
इस तरह 233 सदस्यों के बीच डीएमके के पास 89 विधायक हैं, कांग्रेस के पास आठ और आईयूएमएल के पास एक विधायक।
और पढ़ें: 3 सितंबर को होगा मोदी कैबिनेट का विस्तार, अब तक 4 मंत्रियों का इस्तीफ़ा
HIGHLIGHTS
- दिनाकरन ने पार्टी अधिकारियों को दी धमकी, कहाज मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल होने पर होगी कार्रवाई
- पलानीसामी ने 12 सितंबर को पार्टी अधिकारियों की बैठक बुलाई है
- पिछले साल दिसंबर में जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके में 3 गुटों में बंट गई थी
Source : News Nation Bureau