Advertisment

क्वात्रा व अमेरिकी रक्षा अधिकारी के बीच भारत के रक्षा उद्योग पर चर्चा

पेंटागन के प्रवक्ता डेविड हेंडन के अनुसार, भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा और अमेरिकी रक्षा अवर सचिव कॉलिन कहल ने भारत के रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की है. हेंडन ने वार्ता के एक रीडआउट में कहा, मंगलवार को वाशिंगटन में अपनी बैठक में उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा औद्योगिक सहयोग और उभरते रक्षा क्षेत्रों में साझेदारी के माध्यम से भारत के स्वदेशी रक्षा उत्पादन में तेजी लाने पर चर्चा की. उन्होंने कहा, कहल ने हिंद-प्रशांत के भविष्य को आकार देने के लिए अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी के महत्व की पुष्टि की.

author-image
IANS
New Update
Foreign Secretary

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter)

पेंटागन के प्रवक्ता डेविड हेंडन के अनुसार, भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा और अमेरिकी रक्षा अवर सचिव कॉलिन कहल ने भारत के रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की है. हेंडन ने वार्ता के एक रीडआउट में कहा, मंगलवार को वाशिंगटन में अपनी बैठक में उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा औद्योगिक सहयोग और उभरते रक्षा क्षेत्रों में साझेदारी के माध्यम से भारत के स्वदेशी रक्षा उत्पादन में तेजी लाने पर चर्चा की. उन्होंने कहा, कहल ने हिंद-प्रशांत के भविष्य को आकार देने के लिए अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी के महत्व की पुष्टि की.

कहल ने ट्वीट किया, हमने अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने और एक स्वतंत्र और खुले इंडो पैसिफिक को बढ़ावा देने के लिए कई द्विपक्षीय पहलों पर चर्चा की. क्वात्रा की वाशिंगटन यात्रा अगले महीने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर और राजनाथ सिंह की अमेरिकी सचिवों एंटनी ब्लिंकेन और लॉयड ऑस्टिन के साथ 2 प्लस 2 मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले हो रही है.

क्वात्रा ने सोमवार को उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन से मुलाकात की थी. हेंडन ने कहा कि क्वात्रा और कहल ने अगली 2 प्लस 2 बैठक से पहले द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने की पहल पर चर्चा की. हेंडन ने कहा कि उन्होंने हिंद महासागर क्षेत्र और यूरोप सहित आपसी सुरक्षा हितों से संबंधित विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. उन्होंने जिन विषयों पर चर्चा की, उनमें नौसेना सहयोग को मजबूत करना, अमेरिका और भारतीय सेनाओं के बीच परिचालन समन्वय की सुविधा के लिए सूचना साझाकरण और रसद सहयोग का विस्तार करना शामिल है.

Source : IANS

MEA Foreign Secretary india us relation India's defense industry US defense officer
Advertisment
Advertisment