पटाखों की बिक्री पर लगी रोक का पोस्टर लगाकर विरोध, संगठन का नाम गायब

दिल्ली के कई इलाकों में कुछ लोगों ने पोस्टर लगा कर इसका विरोध किया है। इस पोस्टर को किसने लगया है इस बात का कहीं भी जिक्र नहीं है।

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abhiranjan kumar
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पटाखों की बिक्री पर लगी रोक का पोस्टर लगाकर विरोध, संगठन का नाम गायब

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में लगा पोस्टर

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दिल्ली एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर सुप्रीम कोर्ट के तरफ से लगी रोक के बाद लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली के कई इलाकों में कुछ लोगों ने पोस्टर लगा कर इसका विरोध किया है।

पोस्टर में कहा गया है, 'कोर्ट में करोड़ों मुकदमे बकाया हैं। जज साहब को दही हांडी, जल्लीकट्टू, दिवाली, हर त्योहार पर सुनवाई के लिए समय मिल जाता है।' इस पोस्टर को किसने लगया है इस बात का कहीं भी जिक्र नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि एक नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री नहीं होगी। कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ चेतन भगत और त्रिपुरा के राज्यपाल ने सवाल उठाए थे।

इसे भी पढ़ेंः पटाखा बैन पर भड़के त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय, कहा-अवॉर्ड वापसी गैंग चिताओं पर भी डाल दें याचिका

त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने ट्वीट कर कहा था, 'कभी दही हांडी, आज पटाखा, कल को हो सकता है प्रदूषण का हवाला देकर मोमबत्ती और अवार्ड वापसी गैंग हिंदुओ की चिता जलाने पर भी याचिका डाल दें!'

वहीं चेतन भगत ने कहा था, 'पटाखों पर बैन के बजाय नियमित करना चाहिए था। बैन के फैसले से पहले परंपराओं का खयाल रखना चाहिए था।'

इतना ही नहीं चेतन भगत ने यहा भी कहा, 'आज अपने ही देश में, उन्होंने (सुप्रीम कोर्ट) बच्चों के हाथ से फूलझड़ी भी छीन ली। हैप्पी दीवाली मेरे दोस्त।'

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Source : News Nation Bureau

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