कर्नाटक कांग्रेस के दिग्गज नेता डीके शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है. पिछले 4 दिनों से ईडी डीके शिवकुमार से पूछताछ कर रही थी, जिसके बाद मंगलवार को ईडी ने डीके शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी डीके शिवकुमार से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पिछले 4 दिन से पूछताछ तक रही थी. इससे पहले जांच अधिकारियों ने उनसे शुक्रवार को चार घंटे और शनिवार को आठ घंटे तक पूछताछ की थी.
- डी के शिवकुमार कर्नाटक के सबसे अमीर विधायकों में से एक हैं, उनकी घोषित संपत्ति 730 करोड़ रुपए की है.
- वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले शिवकुमार 1988 में पहली बार विधायक बने थे.
- दिलचस्प बात ये है कि राजनीति की शुरूआत से ही डी के शिवकुमार की लड़ाई एच डी देवेगौड़ा और उनके पुत्र कुमारस्वामी के खिलाफ रही.
- 2004 के चुनाव में में डी के शिवकुमार ने एच डी देवेगौड़ा को हराने में बड़ी भूमिका निभाई.
- और उससे पहले 1998 में देवेगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी को हरवाया था.
- साल 2017 में राज्यसभा चुनाव के वक्त सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को जिताने के लिए गुजरात के कांग्रेस विधायकों की सुरक्षा का जिम्मा डी के शिवकुमार को सौंपा गया था.
- यही नहीं 2002 में महाराष्ट्र की विलासराव देशमुख सरकार को गिरने से बचाने के लिए वहां के 40 कांग्रेसी विधायक को भी डी के शिवकुमार की देखरेख में बेंगलुरु के ईगलटन रिसॉर्ट में भेजा गया था.
- 2018 में कुमारस्वामी की सरकार को बचने का श्रेय भी डी के शिवकुमार को जाता है
- डीके शिवकुमार कर्नाटक के पूर्व सिंचाई और चिकित्सा शिक्षा मंत्री रह चुकें हैं। वह 1989 से विधायक रहे हैं और कई बार मंत्री रहे हैं। उन्होंने ऊर्जा, शहरी विकास, घर इत्यादि विभागों को संभाला है।
- डी के शिवकुमार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लग चुके हैं. 2015 में कर्नाटक हाई कोर्ट में एक याचिका डालकर शिवकुमार और उनके परिवार पर अवैध खनन में शामिल होने का आरोप लगाया गया था.
- इसी तरह शिवकुमार और उनके भाई डी के सुरेश पर 66 एकड़ जमीन पर कब्जे का आरोप भी है.
- 2017 में इनकम टैक्स विभाग ने डी के शिवकुमार के ठिकानों पर छापे मारे तो करोड़ों रुपए बरामद हुए. शिवकुमार पर टैक्स चोरी का मामला भी है
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो