पूरे देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) से हाहाकार मचा हुआ है. इसे लेकर लोग भयभीत हैं. आते-जाते लोग एक-दूसरे को शक भरी निगाहों से देख रहे हैं. अगर कोई छींक या खांस दे रहा है तो लोग उससे दूर हट जाते हैं. बाजारों से सैनिटाइजर और मास्क गायब होते जा रहे हैं. आपको जरूरी सामान लेने या किसी-न-किसी काम से एक बार के लिए ही सही लेकिन बाहर तो जाना ही पड़ेगा.
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घर से बाहर जाने के बाद यह तय नहीं रहता कि कोरोना वायरस का संक्रमण आपको कब और कितनी तीव्रता से होगा. लेकिन डर तो बना रहता है कि सब्जी लेने जाऊं या उस दुकान से राशन का सामान ले आऊं. कहीं ऐसा न हो कि मैं भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो जांऊ. आइए हम जानते हैं उन सभी सवालों के जवाब जो आपके मन में आते हैं.
अगर ट्रेन या बस में आप सफर कर रहे हैं तो
अगर ट्रेन में आप कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के काफी करीब हैं तो आप भी संक्रमित हो सकते हैं. यदि आप ट्रेन में संक्रमित व्यक्ति से 2 मीटर की दूरी पर हैं और अधिकतम 15 मिनट तक उसके साथ रहते हैं तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन ट्रेन और बस में मौजूद यात्रियों की संख्या पर यह निर्भर करता है. अगर ट्रेन या बस में संख्या ज्यादा हुई तो संक्रमण ज्यादा होगा और कम हुई तो कम. इसलिए खुद को जितना ज्यादा हो सकता है ढंक कर रखें. मास्क लगाए रखें. लोगों से बातें न करें. साथ ही बीच-बीच में सैनिटाइजर का प्रयोग करते रहे.
मेट्रो और सार्वजनिक वाहनों से आप यात्रा कर रहे हैं तो
लंदन की अंडरग्राउंड ट्रेन में सफर करने वाले लोगों में सांस लेने की दिक्कतें सामने आई हैं. ये दिक्कतें हमारे देश में भी हो सकती हैं, इसलिए मेट्रो में चलते समय लोगों से दूरी बनाकर रखें. मास्क पहने रहें. हो सके तो पूरा चेहरा ढंक कर रखें. इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ की डॉ. लॉरा गोस्के कहती हैं कि जो लोग रोज मेट्रो की सवारी करते हैं. उन्हें फ्लू जैसे लक्षणों के होने का चांस ज्यादा रहता है. जिन इलाकों में या स्टेशन पर लोग ज्यादा ट्रेन बदलते हैं. वहीं इस कोरोना वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा होता है.
अगर आप विदेश से आए हैं तो
अगर विदेश से आए हैं तो सबसे पहले आप अपना मेडिकल जांच कराइए. इसके लिए आप केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कोरोना वायरस जांच सेंटर में टेस्ट करवा सकते हैं. जब तक टेस्ट का परिणाम नहीं आ जाता तब तक खुद आइसोलेट कर लें. यानी खुद को घर में कैद कर लें. या फिर सरकार की ओर से बनाए गए क्वारंटीन सेंटर पर जाएं. इस दौरान प्रयास करें कि आप किसी से न मिले, न मिलने जाएं. खुद को सैनिटाइज करते रहें और मास्क लगाकर रखें.
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सार्वजनिक वाहनों का उपयोग न करें
अगर लगता है कि आपके अंदर कोरोना वायरस के लक्षण दिख रहे हैं तो पूरी तरह से घर में खुद को कैद कर लें. घर के लोगों से न मिलें. अगर जरूरी है तो उचित दूरी बनाए रखें. अपने डॉक्टर से संपर्क में रहें. किसी तरह से सार्वजनिक वाहन का उपयोग न करें. अगर आप अपनी गाड़ी से कहीं आते-जाते हैं तो उसे भी सैनिटाइज कराएं.
अगर घर पर खुद को बंद कर लिया है तो क्या करें?
अगर घर पर खुद को बंद कर लिया हो तो परिवार के किसी सदस्य से न मिलें. प्रयास करें कि एक कमरे में ही रहें. बाथरूम का अलग उपयोग करें. जानवरों से दूर रहें. क्योंकि इनके जरिए भी कोरोना वायरस के फैलने के मामले सामने आ चुके हैं.
डॉक्टर से मिलने जाएं तो पहले उन्हें आने की सूचना दें
अगर अपने डॉक्टर से मिलने जा रहे हैं तो आप उन्हें पहले से ही सूचित करें कि आप संक्रमित हैं और मिलने आ रहे हैं. इससे डॉक्टर को पर्याप्त समय मिल जाएगा कि वह अपनी क्लीनिक या रूम को बाकी मरीजों से फ्री कर ले या फिर किसी अलग सुरक्षित जगह पर आपको मिले.
जब कहीं खांसी या छींक आए तो मुंह जरूर ढंकें
अगर आपको कोरोना नहीं है तब भी खांसते या छींकते समय अपना मुंह जरूर ढंक लें. इसके लिए आप टिश्यू या रुमाल का उपयोग करें. बेहतर होगा कि आप टिश्यू का उपयोग करे ताकि उसे बदल सकें. टिश्यू को ऐसी जगह नष्ट करें जहां कोई और संक्रमित न हो. इसके साथ आपको यह भी ध्यान रखना है कि आप अपने हाथों को साबुन या 60 प्रतिशत एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से साफ करें. बार-बार नाक या मुंह पर हाथ न ले जाएं.
घर में किसी के साथ निजी सामान शेयर न करें
आपको कोरोना के संक्रमण की आशंका है या आप उससे पीड़ित हैं तो अपने बर्तन, ग्लास, कप, कपड़े, तौलिये, बिस्तर, खाने के सामान आदि घर में मौजूद दूसरे लोगों के साथ शेयर न करें. इससे उन्हें संक्रमण का खतरा हो सकता है. जब आप इन चीजों का उपयोग करें तब इन्हें अच्छे से साफ करें.
जिस जगह पर ज्यादा हाथ जाता हो उसे साफ करें
घर में ऐसी कई जगह होती है, जहां आपका हाथ लगातार जाता रहता है. ऐसी जगहों को तुरंत साफ करें और सैनिटाइज करें. इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाएगा. ये जगहें और सामान हैं- फोन, रिमोट, काउंटर्स, दरवाजे की कुंडी, टेबल टॉप, बाररूम में लगे फिक्सचर्स, टैबलेट्स, बेडसाइड टेबल, कीबोर्ड आदि. इनकी लगातार सफाई करें तथा डिसइंफेक्ट करवाएं.
आपको ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत ये काम करें
अगर लगातार आपको छींक या खांसी आए और जुकाम महसूस हो रहा हो. छाती भारी हो रही हो और सांस लेने में दिक्कत हो तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें. इसके बाद सरकार की ओर से दिए गए इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें. चेहरे पर लगातार मास्क पहने. प्रयास करें कि आप किसी भी व्यक्ति से कम से कम छह फीट दूर रहें.