केंद्र सरकार की तरफ से नेशनल मेडिकल कमीशन गठित करने के फैसले के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े देशभर के करीब 3 लाख डॉक्टर मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे। ऐसे में मरीज़ों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सरकार के इस फैसले के खिलाफ सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के ओपीडी बंद रहेंगे। सरकार इस कमीशन के गठन के लिए 29 दिसंबर को सरकार संसद में बिल ला चुकी है।
डॉक्टर्स का कहना है कि इस कमीशन के गठन से इलाज महंगा होगा और भ्रष्टाचार भी बढ़ेगा। साथ ही बिल के लागू होने पर निजी मेडिकल कॉलेजों का दबदबा भी सरकार पर बढ़ेगा।
आईएमए का कहना है कि सरकार से लगातार बातचीत के बावजूद उनकी बात नहीं मानी जा रही है। ऐसे में पूरे देश में डॉक्टर्स कल हड़ताल पर होंगे।
आईएमए का कहना है कि इस बिल के प्रवधान स्वास्थ्य सेवा और मेडिकल शिक्षा पर नकारात्मक असर डालेगा।
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केंद्र सरकार मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की जगह नेशनल मेडिकल कमीशन जैसी नई व्यवस्था लाना चाहती है। सरकार का कहना है कि इससे पारदर्शिता आएगी।
हालांकि इमरजेंसी सेवाओं पर इस हड़ताल का असर नहीं होगा, लेकिन ओपीडी बंद रहेगी।
इधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक एडवाइज़री जारी कर दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों को डॉक्टरों के हड़ताल के मद्देनज़र व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिये हैं, ताकि मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
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Source : News Nation Bureau