बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो (आरजेडी) सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजप्रताप यादव नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं।
तेज प्रताप यादव के घर करीब एक हफ्ते तक पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IGIMS) के डॉक्टरों की तैनाती को लेकर बिहार की सियासत में भूचाल आ गया है। हालांकि मामला सामने आने के बाद IGIMS ने वहां से अपने डॉक्टरों को हटा लिया है।
वहीं आईजीआईएमएस ने इस फैसले का बचाव किया है। अस्पताल के निदेशक प्रभात कुमार सिन्हा ने कहा कि डॉक्टरों को आधिकारिक ड्यूटी पर भेजा गया था। उन्होंने कहा, 'स्वास्थ्य मंत्री और इंस्टीट्यूट का चेयरमैन होने के नाते तेज प्रताप को प्राथमिकता मिलेगी।' सिन्हा ने हालांकि नैतिकता का हवाला देते हुए बीमार व्यक्ति के बारे में जानकारी नहीं दी।
सिन्हा ने कहा, 'जब कोई डॉक्टर किसी के इलाज के लिए भेजा जाता है तो उसके साथ कुछ जिम्मेदारियां होती है। आईजीआईएमएस के डॉक्टरों को आधिकारिक नोटिस पर भेजा गया था। अगर कोई आम आदमी भी इस समस्या के साथ आता है तो हम उसे जरूरी इलाज देंगे और स्वास्थ्य मंत्री एवं इंस्टीट्यूट का चेयरमैन होने के नाते निश्चित तौर पर तेज प्रताप को प्राथमिकता दी जाएगी।'
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सिन्हा ने कहा कि किसी भी डॉक्टर और नर्स को पूरे दिन स्वास्थ्य मंत्री के घर पर तैनात नहीं किया गया था, बल्कि उन्हें सुबह और शाम की शिफ्ट में तैनात किया गया था।
सिन्हा ने कहा, 'आम लोगों के लिए भी हम अपने डॉक्टरों को उनके घर पऱ भेजते हैं।' उन्होंने कहा कि तेज प्रताप स्वास्थ्य मंत्री हैं और उनके आदेश को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
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HIGHLIGHTS
- बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजप्रताप यादव नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं
- तेज प्रताप यादव के घर करीब हफ्ते तक पटना के IGIMS के डॉक्टरों की तैनाती को लेकर बिहार की सियासत में भूचाल आ गया है
- हालांकि मामला सामने आने के बाद IGIMS ने स्वास्थ्य मंत्री के घर से तैनात अपने अपने डॉक्टरों को वहां से हटा लिया है
Source : News Nation Bureau