गैंगस्टर इकबाल मिर्ची के अवैध सम्पत्ति मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (ED) ने एक और कार्रवाई की. ईडी ने रिंकू देशपांडे नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में आज सुबह यानी मंगलवार को हुमांयू मर्चेंट नाम के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. दोनों की गिरफ्तारी से ईडी को कई अहम जानकारियां मिल सकती है.
दरअसल ईडी ने इस मामले में पहले से गिरफ्तार आरोपी रंजीत बिंद्रा के द्वारा दिए गए बयान के आधार पर रिकू देशपांडे नाम की महिला को गिरफ्तार किया है. ईडी का आरोप है कि रिंकू देशपांडे और उसकी फैमिली के इकबाल मिर्ची से संबंध है. रिंकू देशपांडे ने रंजीत को 40 करोड़ की दलाली दिलाने में मदद की थी. इसने कुछ किराएदारों को सिर्फ कागजों पर मुंबई की वर्ली इलाके की प्रॉपर्टी में रखवाया था.
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रंजीत ने ईडी के सामने यह कबूल किया है कि लंदन में उसकी इक़बाल मिर्ची के साथ मीटिंग हुई थी. जिसमें 3 प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त के बारे में चर्चा हुई थी. रंजीत ने सन ब्लिंक रियल स्टेट PVT के ब्रोकर बनकर इकबाल मिर्ची से बात की थी. उसने यह भी कबूला कि रिंकू देशपांडे को चेक दिए गए थे. मुंबई के वर्ली प्रोपर्टी में नकली किराएदार रखवाए जाने के एवज में. एक बड़ा हवाला ऑपरेट रिंकू देशपांडे है.
अब तक पकड़े गए आरोपी-
1. हारून अलीम यूसफ़, ब्रिटिश नागरिक और सर मोहम्मद यूसुफ ट्रस्ट के ट्रस्टी. इस वक़्त न्यायिक हिरासत में है.
2. रंजीत बिंद्रा- ब्रोकर है, वर्ली की प्रॉपर्टी की डील में 40 करोड़ रुपये लिए थे. इस वक़्त ईडी की रिमांड पर है.
3. हुमायूं मर्चेंट- इक़बाल मिर्ची का करीबी, उसकी प्रॉपर्टीज की डिटेल्स का राजदार.24 अक्टूबर तक ईडी की कस्टडी में है.
4. रिंकू देशपांडे- जांच एजेंसी के मुताबिक, इसी ने वर्ली की प्रॉपर्टी में सभी फर्जी किरायेदारों के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाये. कल इसे मुम्बई कोर्ट में पेश करेगी ईडी.