पाकिस्तान में रहकर उसकी कमर तोड़ने वाले अजीत डोभाल को भारत को सबसे बड़ा जासूस कहा जाता है. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को अब चीन का मामला सुलझाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सूत्रों के मुताबिक मोदी सरकार स्पेशल रीप्रिजेंटेटिव (SR) तंत्र से बॉर्डर मुद्दा सुलझाने पर विचार कर रही है. इसके तहत अजीत डोभाल चीन में उनके समकक्ष वांग यी के साथ बातचीत की है. इसमें महत्वपूर्ण यह है कि वांग यी इस समय चीन के विदेश मंत्री होने के साथ-साथ स्टेट काउंसलर भी हैं. स्टेट काउंसलर की पॉवर विदेश मंत्री से ज्यादा होती है.
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लद्दाख पर एक्टिव डोभाल
ऐसा नहीं है कि अजीत डोभाल को यह जिम्मेदारी अचानक दी गई है. काफी सोच विचार के बाद यह फैसला लिया गया है. अजीत डोभाल की काफी समय से चीन के मामलों पर नजर है. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लेह सरप्राइज दौरा डोभाल की ही प्लानिंग थी जिसकी किसी को भनक तक नहीं लगी. बताया जा रहा है कि चीन को कैसे जवाब देना है डोभाल इसकी भी रणनीति बना रहे हैं. यह बात तो सभी जानते हैं कि डोभाल कई बार पाकिस्तान को सबक सिखा चुके हैं.
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अमेरिका भी चीन को सबक सिखाने को तैयार
सिर्फ भारत ही नहीं अमेरिका भी चीन को सबक सिखाने के मूड में है. अमेरिका अपने हजारों सैनिकों को जापान से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक पूरे एशिया में तैनात करने जा रहा है. अमेरिका ने अपने युद्धपोत भी दक्षिणी चीन सागर में तैनात कर दिए हैं. इससे दोनों देशों के बीच तनातनी और बढ़ती जा रही है.
Source : News Nation Bureau