रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी DRDO ने आकाश मिसाइल के एक नए संस्करण - 'आकाश प्राइम' का सोमवार को सफर परीक्षण किया. डीआरडीओ ने ओडिशा के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) में मिसाइल का परीक्षण किया. मिसाइल ने सुधार के बाद अपने पहले उड़ान परीक्षण में मानवरहित मिमकिंग एनिमी एयरक्राफ्ट को टारगेट कर रोका और उसे नष्ट कर दिया. आपको बता दें कि डीआरडीओ ने इससे पहले 21 जुलाई को ओडिशा के समेकित परीक्षण रेंज से जमीन से हवा में मारक क्षमता वाली मिसाइल प्रणाली आकाश के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया था.
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जानकारी के अनुसार भारत ने नई पीढ़ी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल आकाश मिसाइल (आकाश-एनजी) का ओडिशा तट के एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से सफलतापूर्वक परीक्षण किया. उड़ान का परीक्षण भूमि आधारित प्लेटफॉर्म से दोपहर करीब 12:45 बजे किया गया, जिसमें मल्टीफंक्शन रडार, कमांड, कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सिस्टम और तैनाती विन्यास में भाग लेने वाले लांचर जैसी सभी हथियार प्रणालियां थीं. मिसाइल प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल), हैदराबाद द्वारा अन्य डीआरडीओ प्रयोगशालाओं के सहयोग से विकसित किया गया.
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इस प्रक्षेपण को भारतीय वायु सेना के नुमाइंदों ने देखा. उड़ान डेटा को हासिल करने के लिए आईटीआर ने इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम, रडार और टेलीमेट्री जैसे कई रेंज स्टेशनों को तैनात किया. इन प्रणालियों द्वारा कैप्चर किए गए संपूर्ण उड़ान डेटा से संपूर्ण हथियार प्रणाली के दोषरहित प्रदर्शन की पुष्टि की गई. डीआरडीओ ने एक बयान में कहा, परीक्षण के दौरान, मिसाइल ने तेज और फुतीर्ले हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए आवश्यक उच्चस्तरीय गतिशीलता का प्रदर्शन किया.
Source : News Nation Bureau