मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि रविवार को दिल्ली और NCR इलाक़ों में बारिश हो सकती है. इसका मतलब है कि अगले दो तीन दिनों में ठंढ़ बढ़ने के आसार हैं. वहीं शनिवार को राजस्थान के कई इलाक़ों में हल्की बारिश हुई है जिसके बाद आसपास के इलाक़ों मेें ठंढ़ी हवा चल रही है. रविवार को बारिश की संभावना को लेकर चेतावनी जारी करते हुए मौसम कार्यालय ने कहा, 'रविवार के पूर्वाह्न में हल्की बारिश, गरज के साथ छींटे और आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है.' मौसम अधिकारी ने कहा, 'अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 21 से नौ डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है.' बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को आसमान में बादल छाया रहा. वातावरण में आर्द्रता का स्तर 100 से 57 फीसदी के बीच रहा. यहां का न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि इस मौसम के हिसाब से सामान्य तापमान है.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि मौसम के औसत के हिसाब से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है.
राजस्थान के कई इलाकों में हल्की बारिश
वहीं शनिवार को कड़ाके की सर्दी के बीच राजस्थान के गंगानगर व जैसलमेर सहित कई जिलों में हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटे में शनिवार सुबह तक राज्य के विशेषकर पश्चिमी भागों में बादल गरजे और बूंदाबांदी हुई. जैसलमेर में 5.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. गंगानगर व हनुमानगढ़ जिले में भी दिन भर बादल बने रहे.
इस बीच समूचे राजस्थान में शीतलहर जारी है और भीलवाड़ा, अलवर, जयपुर व माउंट आबू में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है.
बारिश से वायु गुणवत्ता में मिल सकती है राहत
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को हवा की धीमी गति के चलते 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई जबकि अधिकारियों ने अगले कुछ दिनों में बारिश होने का अनुमान जताया है जिससे प्रदूषण का स्तर कम होने की संभावना है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक शहर का कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक 410 था जो 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है. सीपीसीबी ने बताया कि 22 इलाकों में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' दर्ज की गई जबकि 13 इलाकों में यह 'बेहद खराब' रही.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गाजियाबाद, नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' दर्ज की गई. सीपीसीबी के मुताबिक, हवा में अतिसूक्ष्म कणों पीएम 2.5 का स्तर 287 जबकि पीएम 10 का स्तर 443 दर्ज किया गया.
केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि अगले दो दिनों में हल्की बारिश होने की संभावना है जिससे वायु गुणवत्ता सुधर सकती है.
सफर ने कहा, 'अगर बारिश नहीं होती है तो अगले तीन दिनों में छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव के साथ कुल वायु गुणवत्ता और खराब हो सकती है. अन्य मौसमी स्थितियां भी अनुकूल नहीं हैं. हालांकि कोहरे की स्थितियों के अब छंटने की संभावना है.'
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'गंभीर' श्रेणी में पहुंचने से पहले शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' रही. हवा की तेज गति की वजह से हवा कुछ साफ हुई थी और बुधवार एवं बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में थी.
Source : News Nation Bureau