ऋण वसूली अधिकरण (डीआरटी) ने 7,000 करोड़ रुपये से अधिक के बकाए की वसूली के लिए भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी, उसके परिवार के सदस्यों और उसकी कंपनियों को सोमवार को नोटिस भेजा. पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने अपने 7,029 करोड़ रुपये वसूलने के लिए जुलाई में अधिकरण से गुहार लगाई थी. इसके छह महीने बाद डीआरटी-1 रजिस्ट्रार, ए मुरली ने वसूली का यह नोटिस भेजा है. इसमें करीब 6,800 करोड़ रुपये के ब्याज का मूल धन भी शामिल है.
आरोपी-प्रतिवादियों में सात व्यक्तियों और नौ समूह कंपनियां शामिल हैं, और सभी को सुरक्षित संपत्तियों से संबंधित किसी भी तरह का लेनदेन करने, इन्हें स्थानांतरित करने से रोक दिया गया है.
डीआरटी के नोटिस का जवाब देने के लिए उन्हें 15 जनवरी, 2019 तक का समय दिया गया है जिसमें विफल होने पर पंजाब नेशनल बैंक की याचिका पर एकतरफा फैसला होगा.
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नीरव मोदी के अलावा, उसकी पत्नी एमी, बच्चों रोहिन, अनन्या और अपाशा, उसके भाइयों नेहल दीपक मोदी, निशाल दीपक मोदी, दीपक केशवलाल मोदी और बहन पूर्वी मयंक मेहता को भी उनके अंतिम ज्ञात मुंबई पते पर नोटिस भेजा गया है.
नोटिस में, उनमें से नौ कंपनियां, स्टेलार डायमंड्स, सोलर एक्सपोर्ट्स, डायमंड आरयूएस, फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड, फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, एएनएम एंटरप्राइजेज, एनडीएम एंटरप्राइजेज, सूरत (गुजरात) और जयपुर (राजस्थान) की कुछ कंपनियों की शाखाओं के अलावा मुंबई स्थित सभी कंपनियों को नामजद किया गया है.
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पीएनबी ने फरवरी में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी होने की बात का खुलासा किया था, जो बाद में 13,600 करोड़ रुपये तक पहुंच गया और इससे भारतीय बैंक सेक्टर को जोरदार झटका लगा था.
Source : News Nation Bureau