शुक्रवार से पूरे देश में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा. इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने सभी प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि शोध कार्य से लेकर वैक्सीन तक, हमने बहुत यात्रा की. लगभग 30 वैक्सीन उम्मीदवार भारत में हैं, जिनमें से 7 ट्रायल फेज में हैं. 7 में से, दो टीकों को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली है. हम जल्द ही प्रक्रिया शुरू करेंगे. हम भारत भर में कल से ड्राई रन शुरू करने जा रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर को चार राज्यों में दो दिनों के लिए ड्राई रन किया था. फिर 2 जनवरी को हमने इस साल सभी राज्यों के 285 जिलों में ड्राई रन चलाया. अब हम कल 33 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों (हरियाणा, हिमांचल और अरुणाचल को छोड़कर) में ड्राई रन चलाने जा रहे हैं. 150 पन्नों की गाइड लाइन बनाकर पूरे देश के स्थानीय प्रशासन को दी गई है. हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश को छोड़कर कल पूरे देश में दोबारा ड्राई रन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और केरल में करोना के आंकड़ों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. लिहाजा वैक्सीन की तैयारियों के बीच कोविड-19 के संक्रमण को रोकना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है. कोवैक्स और कोविशील्ड के वितरण के लिए 4 महीने पहले ही डॉ बीके पाल सदस्य नीति आयोग की अध्यक्षता में एक्सपर्ट ग्रुप का गठन किया गया था. इसी की जिम्मेदारी है कि आखरी व्यक्ति और आखिरी किलोमीटर तक वैक्सीन पहुंचाई जाए. इसमें 5 राज्यों के एक्सपर्ट प्रतिनिधि और अन्य महत्वपूर्ण सदस्य भी शामिल हैं.
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वैक्सीन के उत्पादन क्षमता के आधार पर पूरे देश को एक साथ टीकाकरण करना संभव नहीं है. इसलिए हमने प्राथमिकता के आधार पर समूह का चयन किया है. जिसमें निजी और सरकारी क्षेत्रों के अस्पतालों में काम करने वाले फ्रंटलाइन वर्कर, पुलिस और सैनिक बल ,होमगार्ड सिविल डिफेंस, मुंसिपल और डिजास्टर मैनेजमेंट से जुड़े हुए वॉलिंटियर और अन्य बल शामिल है. इसके बाद 50 साल से अधिक आयु के व्यक्ति और कई बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति जिनकी संख्या तकरीबन 27 करोड़ है उन्हें वैक्सीन दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण दोनों जॉइंट सेक्रेटरी समेत सभी महत्वपूर्ण अधिकारी काम कर रहे हैं. कोल्ड स्टोरेज व्यवस्था के लिए सभी संसाधनों को जुटाया गया है.. ट्रेनिंग का कार्यक्रम भी अपने अंतिम दौर में है. हम राज्य प्रशासन और स्थानीय प्रशासन से भी अपील करते हैं कि जिस भी ट्रेनिंग की आवश्यकता हो वह समय पर पूरा कर लिया जाए. 2.3 लाख स्वास्थ्य सेवा केंद्रों को इससे जोड़ा जाएगा.
Source : News Nation Bureau