देश की प्रमुख विमानन कंपनी एयर इंडिया अगर घाटे में चल रही है, तो इसके लिए कहीं न कहीं एयर इंडिया प्रबंधन के अलावा उसकी सेवा भी जिम्मेदार है. आम विमान यात्रियों की तो छोड़ दें देश के प्रथम नागरिक राम नाथ कोविंद को भी एयर इंडिय़ा के बोइंग विमान में आई तकनीकी खामी के कारण तीन घंटे विलंब से उड़ान भरनी पड़ी. एयर इंडिया के विमान से रविवार को राष्ट्रपति ज्यूरिख से स्लोवानिया के लिए उड़ान भरने वाले थे.
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तीन देशों की यात्रा पर हैं राष्ट्रपति
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस वक्त तीन देशों की विदेश यात्रा पर हैं. स्विटजरलैंड के ज्यूरिख से उनकी फ्लाइट रविवार को स्लोवेनिया जाने वाली थी. उड़ान से ठीक पहले बोइंग में तकनीकी खामी का पता चला. इसके बाद एयर इंडिया के इंजीनियरों ने जांच में पाया कि विमान में रडर फॉल्ट आ गया. लगभग तीन घंटे बाद विमान को दुरुस्त किया जा सका. फिर कहीं जाकर राष्ट्रपति स्लोवानिया के लिए उड़ान भर सके. हालांकि एयर इंडिय़ा ने तुरंत ही बोइंग 777 का इंतजाम कर लिया था.
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पहली स्लोवानिया यात्रा है किसी राष्ट्रपति की
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पिछली रविवार रात तीन देशों आईसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया की यात्रा पर रवाना हुए थे. फिलहाल वे दो देशों की यात्रा कर अंत में स्लोवेनिया जाने वाले थे जहां उनके विमान में खराबी की सूचना मिली. स्लोवेनिया दौरा पूरा करने के बाद राष्ट्रपति 17 सितंबर को स्वदेश लौट आएंगे. किसी भारतीय राष्ट्रपति की यह पहली स्लोवानिया यात्रा है.
HIGHLIGHTS
- एयर इंडिय़ा के बोइंग विमान में आई तकनीकी खामी.
- तीन घंटे विलंब से उड़ान भरनी पड़ी ज्यूरिख से.
- तीन देशों की यात्रा पर हैं राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद.