हिंदुत्व की आलोचना के मुद्दे पर कांग्रेस पर अपना हमला जारी रखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया कि भारत कांग्रेस के शासन में आंशिक रूप से एक मुस्लिम राष्ट्र था क्योंकि शरिया के प्रावधान संविधान का हिस्सा थे और उसे ऊपर रखने के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्णयों तक को पलट दिया जाता था. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा में एक मस्जिद जलाए जाने की झूठी खबर को लेकर महाराष्ट्र में हुई हिंसा और कांग्रेस नेताओं की हिंदुत्व के खिलाफ बयानबाजी अनायास ही नहीं, बल्कि एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है.
राहुल हिंदुत्व के खिलाफ अवमानना प्रशिक्षण शिविर चला रहे
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया और कहा, ‘वह (राहुल) अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं या हिंदुत्व के प्रति अवमानना का प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं या फिर सांप्रदायिक विद्वेष, वैमनस्य और हिंसा उत्पन्न करने की एक व्यापक व्यवस्थित योजना चला रहे हैं.’ उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा था कि हिंदू धर्म और हिंदुत्व अलग-अलग अवधारणाएं हैं.
राहुल पहले पंडित नेहरू को ही पढ़ लें
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी पुस्तक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) और भाजपा की विचारधारा की तुलना आतंकवादी संगठनों से किए जाने के बाद से ही भाजपा का कांग्रेस के खिलाफ हमलावर रवैया जारी है. महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के शासन को हिंदुत्व से संबंधित बताते हुए त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी इस चीज को नहीं समझ पाएंगे, इसलिए उन्हें अपनी पार्टी के नेताओं महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक और जवाहरलाल नेहरू को पढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि नेहरू ने अपनी पुस्तक ‘भारत एक खोज’ में लिखा है कि हिंदू शब्द का भारतीय संस्कृति के संदर्भ में व्यापक प्रयोग हुआ है और इसको किसी छोटे संदर्भ में प्रयोग करना गलत है.
कांग्रेस के दौर में भारत आशिंक रूप से मुस्लिम राष्ट्र था
त्रिवेदी ने कहा, ‘मैं यह बात जिम्मेदारी से कहता हूं कि नरेंद्र मोदी की सरकार आने से पहले कांग्रेस के दौर-ए-हुकूमत में...कुछ हद तक अटल जी (अटल बिहारी वाजपेयी) का दौर छोड़ दें तो... भारत आंशिक रूप से मुस्लिम राष्ट्र था.’ उन्होंने कहा, ‘क्योंकि शरिया के प्रावधान संविधान का हिस्सा थे. चाहे वह तलाक ए बिद्दत हो, चाहे वह महरम हो, चाहे वह हज सब्सिडी हो. इतना ही नहीं...मैं क्यों कह रहा हूं? शरिया के प्रावधान को संविधान के ऊपर रखने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को संसद में पलट दिया जाता था. यह तो मुस्लिम देशों में भी नहीं होता था.’
कांग्रेस योजनाबद्ध तरीके से झूठ फैला रही
त्रिवेदी ने कहा, ‘यह आपके (कांग्रेस) डीएनए में है. भारत की वह व्यवस्था जो अब स्व की तरफ जा रही है, उसके लिए आपके मन में अवमानना है.’ कांग्रेस नेताओं पर हमला जारी रखते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जो लोग नहीं चाहते कि भारत का स्वाभिमान प्रचंड रूप में दिखाई पड़े, वही लोग हिंदुत्व का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस एक योजनाबद्ध और व्यवस्थित ढंग से इस देश में अराजकता, अव्यवस्था और झूठी खबरों की स्थिति उत्पन्न करते हुए अपने सत्ता काल में हिंदुओं में ग्लानि पैदा करना चाहती थी और आज हिंदुओं के प्रति घृणा उत्पन्न करना चाहती है. परंतु याद रखिए जो हमारे खिलाफ बोलना है, बोलते रहिए. जितना जहर उगलना है, उगलिए. राहुल गांधी अगर आप जहर भी देंगे तो हम उसे भगवान शंकर की तरह धारण करके नीलकंठ बनेंगे और फिर भी जगत का कल्याण करते रहेंगे.’
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस नेताओं की हिंदुत्व के खिलाफ बयानबाजी अनायास नहीं
- हिंदू शब्द का भारतीय संस्कृति के संदर्भ में व्यापक प्रयोग हुआ