साल 2016 में हुई नोटबंदी के दौरान गुजरात के कई ज्वैलर्स ने जमकर सोना बेचा था इस दौरान गोल्ड व्यापारियों ने कैश लेकर ही सोना बेचा था. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने डेटा एनालिटिक्स के जरिए गोरखधंधे का खुलासा किया. आपको बता दें कि नोटबंदी के दौरान हुए नकद लेने देन के बड़े मामलों की जांच चल रही है. गुजरात के एक ऐसे ज्वैलर के बारे में पता चला है जिसने नवंबर में ही 5 करोड़ का सोना बेचा था जबकि साल 2015 में इसी दौरान महज 44 हजार रुपये के सोने की बिक्री हुई थी. इस लिहाज से एक साल बाद यानि कि नवंबर 2016 में सोने की बिक्री में 93648% का इजाफा दर्ज हुआ.
आपको बता दें कि नोटबंदी के दौरान ज्वैलर्स ने जमकर नकद रुपये लेकर सोना बेचा और टैक्स रिटर्न में भी इस बात की जानकारी नहीं दी जिसके बाद इनकम टैक्स विभाग ने स्कूटिनी की है जिसमें एक और ज्वैलर ने कैश रूपये लेकर 72 लाख का सोना बेचा है, जबकि उसकी सालाना कमाई का इनकम टैक्स रिटर्न महज 64550 की इनकम पर दिखाई गई है. इनकम टैक्स विभाग ने ऐसे कई मामलों की जांच की है जिसमें अब तक किसी भी ज्वैलर ने संतोषजनक जवाब नहीं दिए हैं. आपको बता दें कि एक ज्वैलर ने उरी हमले के बाद हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को सोने की बिक्री में इजाफे के लिए जिम्मेदार ठहराया था.
इसके पहले 8 नवंबर साल 2016 को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शाम 8 बजे अचानक ही 500 और 1000 के नोटों का टेंडर कैंसिल कर दिया था.
Source : Aamir Husain