दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (DUSU) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की जीत पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रति आस्था की जीत है। डीयू छात्रसंघ चुनाव में ABVP को भारी सफलता मिली है। अध्यक्ष पद पर अंकिव बसोया की जीत के साथ एबीवीपी ने उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर भी कब्जा जमा लिया है। वहीं सचिव पद एनएसयूआई के खाते में गया।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में ABVP को मिली भव्य जीत पर परिषद के सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। यह जीत न सिर्फ युवाओं में राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रति आस्था की जीत है बल्कि यह विभाजनकारी और अवसरवादी राजनीति के विरुद्ध युवाओं का जनादेश भी है।'
विश्वविद्यालय में ईवीएम में खराबी पर हंगामें के बाद गुरुवार देर रात आए नतीजों में अध्यक्ष पद एबीवीपी के अंकिव बसोया ने एनएसयूआई के प्रत्याशी सुनील छिल्लर को 1744 वोटों के अंतर से हरा दिया। अंकिव को कुल 20,467 वोट मिले, वहीं सुनील छिल्लर को 18,723 वोट मिले।
इसके अलावा उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के ही शक्ति सिंह ने 7,673 वोटों के अंतर से एनएसयूआई के लीना को हरा दिया। शक्ति सिंह को कुल 23,046 वोट मिले तो लीना को 15,373 वोट हासिल हुए।
छात्र संघ के संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी की ज्योति चौधरी को जीत मिली। वहीं सचिव पद पर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के आकाश चौधरी को सफलता मिली है। आकाश ने आरोप लगाया कि स्वच्छ चुनाव नहीं कराया गया और कहा कि सात ईवीएम के आंकड़ें गायब है।
इससे पहले दिन में वोटों की गिनती के दौरान ईवीएम खराबी की बात सामने के बाद आरएसएस से संबंधित एबीवीपी और सीवाईएसएस-आइसा गठबंधन ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और मतगणना शुरू करने की मांग की थी जिसके बाद दोबारा मतगणना शुरू हुई।
ईवीएम की खराबी पर चुनाव आयोग की सफाई
ईवीएम में गड़बड़ी पर चुनाव अधिकारी ने सफाई देते हुए कहा कि डीयूएसयू चुनाव में इस्तेमाल किए गए ईवीएम को चुनाव आयोग ने नहीं दिया था। अधिकारी ने कहा, ऐसा लगता है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने निजी तौर पर ईवीएम उपलब्ध करा लिया था।
दिल्ली में मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के द्वारा जारी बयान के अनुसार, 'डीयूएसयू के चुनावों में कुछ चैनलों द्वारा ईवीएम को लेकर जो लिखा जा रहा है उसके लिए मैं बताना चाहता हूं कि जिन ईवीएम पर सवाल उठाए जा रहे हैं वह चुनाव आयोग के नहीं हैं और इस ऑफिस द्वारा डीयू को ऐसी कोई ईवीएम मशीनें नहीं दी गई थी।'
चुनाव में 45 फीसदी मतदान
बुधवार को हुए चुनाव में, केवल 45 प्रतिशत छात्रों ने छात्र संघ के गठन के लिए विभिन्न पदों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को वोट दिया था। परपरांगत रूप से, एनएसयूआई और एबीवीपी डीयूएसयू के चुनावों में जीत दर्ज करते रहे हैं।
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आम आदमी पार्टी की छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) ने इस वर्ष वाम छात्र संगठन आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आईसा) के साथ गठबंधन किया था।
Source : News Nation Bureau