पूर्वी भारत और इससे सटे मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में 10 जून से व्यापक रूप से बारिश होने की संभावना है, क्योंकि उत्तर बंगाल की खाड़ी और पड़ोस के इलाके वायु के कम दबाव वाले क्षेत्र के प्रभाव में हैं. आईएमडी ने सोमवार को यह बात कही. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूवार्नुमान केंद्र ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आठ जून से 11 जून के दौरान ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
इसने यह भी कहा कि कम दबाव का क्षेत्र 11 जून के आसपास बनने की संभावना के कारण दक्षिण-पश्चिम मानसून के ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के अधिकांश हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है. मौसम कार्यालय ने आगे पश्चिमी तट पर बारिश में वृद्धि की भविष्यवाणी की.
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आईएमडी ने कहा, दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने और अन्य अनुकूल मौसम स्थितियों के कारण, अगले 4-5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक रूप से व्यापक वर्षा होने की संभावना है.
सोमवार से और आने वाले दिनों में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना है.
उत्तर महाराष्ट्र तट से उत्तरी केरल तट तक औसत समुद्र स्तर पर अपतटीय ट्रफ के प्रभाव के तहत, आईएमडी ने भविष्यवाणी की, अगले 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में गरज और बिजली के साथ भरी बारिश के आसार हैं.
कहा गया है कि 8 और 10 जून के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में धूल भरी तेज हवाएं 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है.