चुनावी माहौल में राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाती हैं. चुनाव प्रचार के दौरान सैनिकों की तस्वीरों का इस्तेमाल किये जाने पर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपनाया है. चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार में राजीनतिक दलों को सेना के जवानों की तसवीरें इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी है. चुनाव आयोग द्वारा जारी की गयी एडवाइजरी में राष्ट्रीय और राज्य राजनीतिक पार्टियों से सेना के जवानों की तस्वीरें इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा गया है. आयोग की ओर जारी बयान में कहा गया है कि कुछ राजनीतिक दल सुरक्षाबल के जवानों की फोटो का इस्तेमाल चुनाव प्रचार और राजनीतिक प्रोपेगेंडा के लिए कर रहे हैं.
आयोग की ओर जारी बयान में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय की ओर से यह संज्ञान में लाया गया था कि चुनाव प्रचार और राजनीतिक प्रोपेगेंडा के लिए कुछ राजनीतिक दल सेना के जवानों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर रहे है. इस मामले में मंत्रालय ने आयोग से उपयुक्त निर्देश जारी करने का अनुरोध किया.
बयान में कहा गया है कि इस बात का जिक्र करना जरूरी है कि देश की सेना आधुनिक लोकतंत्र में अराजनीतिक होते हैं. ऐसे में जरुरी है कि राजनीतिक पार्टियां और नेता सतर्कता बरतें और चुनावी प्रचार में सेना का इस्तेमाल करने से बचें. चुनाव आयोग ने 4 दिसंबर 2013 को निर्देश दिया था. पुराने निर्देश में आयोग ने स्पष्ट रूप से राजनीतिक पार्टियां से चुनाव प्रचार में सेना का इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा था.
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हाल ही में वायुसेना पायलट अभिनन्दन की तस्वीर का इस्तेमाल चुनावी पोस्टरों में किया गया था, स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने चुनावी पोस्टर की तस्वीर शेयर कर चुनाव आयोग से शिकायत की थी. योगेंद्र यादव ने पूछा कि क्या यह उचित है? एक सर्विंग सैनिक की तस्वीर का चुनावी पोस्टर में इस्तेमाल किया जा रहा है. अगर नहीं तो इसके खिलाफ कार्रवाई करे.
बीजेपी के चुनावी पोस्टर में नेताओं के बीच अभिनन्दन की तस्वीर को लगाया गया है.
Source : News Nation Bureau