प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को-लोकेशन घोटाला मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को गिरफ्तार किया. इससे पहले एजेंसी ने एनएसई के कथित हेरफेर के 2018 के एक मामले के संबंध में 5 जुलाई को संजय पांडे से पूछताछ की थी. इस दौरान कुछ दलालों पर एनएसई के शीर्ष अधिकारियों की मिलीभगत से एक्सचेंज की सह-स्थान सुविधा में हेरफेर जैसे मामलों में उनसे पूछताछ की गई.
दरअसल, पांडे को दो ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दोनों में दर्ज केस का सामना करना पड़ रहा है. आरोप है कि उनकी कंपनी आईसेक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एनएसई कर्मचारियों के फोन का अवैध टैप किया गया था. उन पर आरोप है कि इसके जरिए कंपनी ने एनएसई के सिस्टम ऑडिट आयोजित करने में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया था. पांडे से इसी आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के कामकाज और गतिविधियों के संबंधित में पूछताछ की गई थी. इसके अलावा कुछ अन्य फर्मों में से एक फर्म ने उस समय एनएसई का सुरक्षा ऑडिट किया था, जब कथित तौर पर को-लोकेशन की अनियमितताएं बरती गई थी.
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मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त पांडे पिछले महीने यानी 30 जून को सेवा सेवानिवृत्त हुए थे. एनएसई कर्मचारियों के कथित अवैध फोन टैपिंग से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित एक अन्य मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली में ईडी अधिकारियों के सामने दिन में पेश हुए थे. यह लगातार दूसरा दिन था, जब 1986 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी से इस मामले में संघीय जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी.
पांडेय की गिरफ्तारी पर हमलावर हुई भाजपा
मुम्बई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को गिरफ्तारी के बाद बीजेपी अब पांडे को लेकर हमलावर हो गई है. फ़ोन टेपिंग मामले में लगातार हो रही पुछताछ के बाद आज पांडे को गिरफ्तार लर लिया गया. भाजपा ने पांडे पर पुलिस माफिया और पुलिस टेररिज्म फैलाने का आरोप लगाया है.
Source : News Nation Bureau