प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख रिश्वत मामले में पहला आरोप पत्र (चार्जशीट) दाखिल किया है।
जांच से जुड़े ईडी के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है और इसमें देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे को नामजद किया गया है।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, 4,500 पन्नों का आरोप पत्र यहां विशेष पीएमएलए अदालत में दायर किया गया है।
ईडी ने मुंबई और नागपुर में उनके और राकांपा नेता के खिलाफ तलाशी अभियान के बाद पलांडे और शिंदे को गिरफ्तार किया था।
देशमुख और उनके बेटे ऋषिकेश देशमुख ने कई मौकों पर ईडी के सम्मन को दरकिनार किया है। ईडी ने सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
देशमुख पर मुंबई ऑर्केस्ट्रा बार के एक समूह से जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है।
यह आरोप लगाया गया है कि कथित तौर पर देशमुख के निर्देश पर अब बर्खास्त हो चुके मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वाजे द्वारा ऑर्केस्ट्रा बार से जबरन वसूली के रूप में 4.7 करोड़ रुपये एकत्र किए गए थे। बाद में, यह राशि देशमुख के नागपुर स्थित शैक्षिक ट्रस्ट को उनके बेटे, ऋषिकेश द्वारा स्थानांतरित कर दी गई थी।
आरोप के अनुसार, लेन-देन दो हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से किया गया था और इसे दान के रूप में दिखाया गया था।
71 वर्षीय राकांपा नेता ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और उनके दो बेटे सलिल और ऋषिकेश ट्रस्टी हैं।
11 मई को पूर्व मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और 25 जून को ईडी ने देशमुख के नागपुर, मुंबई और तीन अन्य स्थानों पर स्थित आवासों पर छापेमारी की थी।
इस मामले में सीबीआई ने अप्रैल में देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके चार परिसरों पर छापेमारी की थी।
मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परम बीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया था कि देशमुख ने कदाचार किया है और उन्होंने वाजे से हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था।
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Source : IANS