दिल्ली दंगों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) पर मनी लांड्रिंग (Money Laundering) का केस भी दर्ज कर लिया. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने ताहिर हुसैन के तीन सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है. इन तीनों पर निलंबित पार्षद के घर की छत से पेट्रोल बम फेंकने का आरोप है. गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा (Delhi Violence) में 53 से अधिक लोगों की जान गई. इसमें इंटेलीजेंस ब्यूरो के स्टाफर अंकित शर्मा भी शामिल हैं, जिनका चाकू से गुदा शव नाले से बरामद हुआ था. अंकित शर्मा की हत्या का आरोप भी ताहिर हुसैन पर है. गौरतलब है कि ताहिर हुसैन के चांदबाग स्थित घर की छत से भारी मात्रा में पेट्रोल बम, ईंट-पत्थर और तेजाब के पाउच मिले थे.
ताहिर के पीएफआई कनेक्शन की भी जांच
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ईडी ताहिर हुसैन के संदेहास्पद संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबधों की भी पड़ताल कर रही है. पीएफआई पहले से ही दिल्ली दंगों को लेकर खुफिया संस्थाओं और दिल्ली पुलिस के राडार पर है. ईडी पीएफआई पर पहले ही मुकदमा दर्ज कर चुकी है. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने पीएफआई सदस्य दानिश को पहले ही गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है. दानिश पर शाहीन बाग में सीएए के विरोध में चल रहे धरना-प्रदर्शन को फंडिंग समेत दंगा भड़काने के लिए भी पैसे मुहैया कराने का आरोप है. दानिश पीएफआई के काउंटर इंटेलीजेंस विंग का सदस्य बताया जा रहा है. इस बीच एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन के तीन और साथियों को गिरफ्तार कर लिया. इनके नाम इरशाद, आबिद और शादाब बताए जा रहे हैं. आरोप है कि ताहिर हुसैन की छत से इन्हीं तीनों ने पेट्रोल बम फेंके. अंकित शर्मा की हत्या के आरोप में ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम को भी दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
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ताहिर हुसैन पर दंगा भड़काने का भी आरोप
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से ऐन पहले दिल्ली में कई स्थानों पर सामप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. कई दिनों तक जली दिल्ली में 53 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा औऱ 400 से ज्यादा लोग घायल हुए. दिल्ली पुलिस को अपनी प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दंगा पूर्व नियोजित था और इसके पीछे बाहरी ताकतों समेत कुछ लोगों और संगठनों का हाथ था. यूपी और दिल्ली दंगों के पीछे पीएफआई का नाम शुरुआत से ही आ रहा है. यह अलग बात है संगठन इस आरोप से लगातार इंकार करता आ रहा है. हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार तो केंद्र से पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की संस्तुति भी कर चुकी है. ताहिर हुसैन पर पीएफआई से संबंध रखने का शक है. चांद बाग स्थित ताहिर हुसैन के घर की छत से जिस भारी मात्रा में पेट्रोल बम, छोटी-बड़ी गुलेल और तेजाब के पाउच बरामद हुए, उससे लगता है कि दंगा पूर्व निय़ोजित था.
HIGHLIGHTS
- ईडी ने आप नेता ताहिर हुसैन पर दर्ज किया मनी लांड्रिंग का केस.
- संदिग्ध संगठन पीएफआई से ताल्लुकात की भी होगी जांच.
- हुसैन के तीन सहयोगियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया.