प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड कथित धनशोधन मामले में जुलाई महीने के आखिरी में किसी समय जांच एजेंसी के समक्ष पेश होकर अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा है. सोनिया गांधी को गुरुवार 23 जून को ईडी दफ्तर में पेश होकर इस मामले में अपना बयान दर्ज करवाना था, लेकिन अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए ईडी से निवेदन किया था कि उनके पेश होने के समन की तारीख कुछ हफ्ते के लिए आगे बढ़ा दी जाए. ईडी ने सोनिया गांधी के इस निवेदन को मान लिया. ईडी सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी से प्रस्तावित पूछताछ को चार हफ्तों के लिए स्थगित कर दिया है और उनसे कहा गया है कि वह जुलाई महीने के आखिर में किसी समय पेश होकर अपना बयान दर्ज कराएं.
स्वास्थ्य कारणों से सोनिया गांधी को राहत
दरअसल सोनिया गांधी को ईडी गुरुवार 23 जून को तलब किया था, लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें सोमवार को छुट्टी मिली थी. इस मामले में ईडी राहुल गांधी से पांच दिन में 50 घंटे से ज्यादा वक्त तक पूछताछ की थी और उनके बयान दर्ज किए थे. ईडी दफ्तर से पूछताछ के दौरान राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने अस्पताल भी गए थे. ईडी से जुड़े अधिकारियों के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ जांच का हिस्सा है, ताकि 'यंग इंडियन' और 'एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड' के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेन-देन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके.
कांग्रेस मोदी सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति का लगा रही आरोप
यंग इंडियन के प्रमोटर्स और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य सदस्य शामिल हैं. कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा ईडी की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है. उसने यह भी कहा कि पार्टी और उसका नेतृत्व झुकने वाले नहीं है. राहुल गांधी से पूछताछ के दौरान सड़कों पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का सत्याग्रह भी जारी चल रहा है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना संक्रमण के बाद घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रही सोनिया गांधी
- पहले 23 जून को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष होना था पेश सोनिया को
- राहुल से अब ईडी के अधिकारी 50 घंटे की कर चुके हैं पूछताछ