हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दिल्ली स्थित उनके कार्यालय में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने दबिश दी है. ईडी की टीम जमीन घोटाला मामले में हुड्डा से पूछताछ कर रही है. मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के नियमें के तहत नई दिल्ली स्थित हुड्डा के कार्यालय में उनसे पूछताछ कर रही है. इस मामले में सीबीआई ने 2004-07 के दौरान भूमि अधिग्रहण में कथित अनियमितताओं को लेकर मामला दर्ज किया था. लैंड स्कैम मामले में भूपेंद्र हुड्डा समेत 22 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है. ईडी के मुताबिक, 14 औद्योगिक प्लॉटों के आवंटन में करीब 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई थी. आरोप है कि हुड्डा और इसमें शामिल लोगों को प्लाट का आवंटन सर्किल रेट से 4 से 5 गुना और मार्केट रेट से 7 से 8 गुना कम करके किया गया था. ईडी ने 2021 में भूपेंद्र हुड्डा के अलावा 4 पूर्व आईएएस अधिकारी का भी नाम इसमें शामिल किया था.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र हुड्डा पर भूमि अधिग्रहण मामले में 1500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. 2019 में भूपेंद्र हुड्डा पंचकूला स्थित ईडी के स्पेशल कोर्ट में भी पेश हो चुके हैं. मानेसर लैंड स्कैम मामले में हुड्डा विशेष कोर्ट में पेश हुए थे.
बता दें कि भूपेंद्र हुड्डा पर जमीन घोटाले का एक अन्य आरोप भी है. आरोप के मुताबिक, अगस्त 2014 में निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर गुड़गांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी.
Source : News Nation Bureau