जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का दिल्ली स्थित मेहरौली के फॉर्म हाउस को सील कर दिया है। जांच एजेंसी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में इसे सील किया है।
यह फार्म हाउस वीरभद्र सिंह ने अपने बेटे के नाम से खरीदा था। बताया जा रहा है कि इसकी खरीद में करीब 5.40 करोड़ की नकदी का इस्तेमाल हुआ थाऔर 1.20 करोड़ रुपये की रजिस्ट्री की गई थी।
ईडी के इस कार्रवाई के बाद वीरभद्र सिंह ने कहा, 'यह कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध भावना के तहत की गई है।' उन्होंने कहा कि मैं इस केस का सामना करुंगा।'
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और बेटी की कंपनी के नाम दिल्ली के महरौली में खरीदा गया 6 करोड़ से अधिक का फार्म हाउस सीबीआई जांच के दायरे में था और इस पर काफी दिनों से जांच पड़ता चल रहा था।
2011 में खरीदे गए इस फार्म हाउस के लिए करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये नकद दिए गए थे। बेचने वाले व्यक्ति ने खुद आयकर विभाग को दिए बयान में इस बात का खुलासा किया था। इस बयान की कॉपी सीबीआई के पास मौजूद है।
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जानकारी के अनुसार महरौली के डेरा मंडी गांव के लिंगायस सोसाइटी में मैपल डेस्टीनेशन एंड ड्रीमलैंड प्राइवेट लिमिटेड ने अगस्त 2011 में एक फार्म हाउस खरीदा था। बताया जाता है कि यह कंपनी वीरभद्र सिंह के बेटे और बेटी के नाम है लेकिन फर्म सिर्फ कागजों पर है।
फार्म हाउस बेचने वाले पिचेश्वर गड्डे ने पिछले साल ही सुर्खियों में आने के बाद इसके बारे में बताया था कि नकद रकम वीरभद्र सिंह के करीबी वकामुल्ला चंद्रशेखर ने दिए थे।
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Source : News Nation Bureau