अभी कुछ ही महीनों पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन छोड़कर एनसीपी (NCP) का दामन थामने वाले एकनाथ खडसे (Eknath Khadse) की मुश्किलें बढ़तीं हुई दिखाई दे रही हैं. एकनाथ खडसे को प्रवर्तन निदेशालन (ED) ने समन (Summon) भेजा है. सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने खडसे को 30 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है, हालांकि ईडी के अधिकारियों ने मीडिया के सवालों पर समन भेजे जाने की पुष्टि नहीं की है.
ईडी ने एनसीपी नेता खडसे को पुणे के भोसरी एमआईसीडी की जमीन खरीदने के मामले में समन भेजा है, साथ ही बुधवार को उन्हें सवालों के जवाब देने को कहा है. जब इस बारे में खडसे से बातचीत की गई तो उन्होंने भी ईडी के समन मिलने से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि जब समन मिलेगा तो वो इस पर जवाब देंगे. एनसीपी नेता अंकुश काकडे और अमोल मिटकरी ने इसे बीजेपी की बदले की कार्रवाई बताया.
उन्होंने कहा कि एकनाथ खडसे एक मजबूत नेता है और इस नोटिस के बाद एक बार फिर वो बीजेपी पर भारी ही पड़ेंगे. आपको बता दें कि जब खडसे बीजेपी छोड़कर एनसीपी में शामिल हो रहे थे तभी उन्होंने ये बात कही थी कि अगर कोई उनके पीछे ईडी लगाएगा तो वो उसके जवाब में सीडी लाएंगे.
जयंत पाटील के एनसीपी ज्वाइन करने के ऑफर पर एकनाथ खडसे ने तब कहा था कि अगर आप स्वीकार करेंगे तो हम जरूर आएंगे. इस पर जयंत पाटील ने मजाक में कहा था कि अगर आप एनसीपी में आ गए तो आपके पीछे ईडी लगा दी जाएगी. तभी खडसे ने कहा था कि अगर मेरे पीछे कोई ईडी लगाएगा तो मैं सीडी ले आउंगा. आपको बता दें कि पिछले दिनों खडसे ने अपने पास एक ऐसी सीडी होने का दावा किया था जिसके सार्वजनिक होने पर सियासी हंगामा मच सकता है.
Source : News Nation Bureau