पांच दिवसीय इंडियन हैंडीक्राफ्ट एंड गिफ्ट फेयर (IHGF) के 56वे एडिशन का आज आखिरी दिन था. ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित हुए इस फेयर में 110 से अधिक देशों से 5,000 से अधिक B2B खरीदार बिजनेस बढ़ाने के लिए पहुंचे थे. कार्यक्रम आयोजकों ने कहा कि 3,000 से अधिक अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट फेयर में पेश किए गए थे. इस सेक्टर ने पिछले एक साल में उत्तरी अमेरिका के साथ-साथ यूरोप से 3.5 मिलियन डॉलर का कारोबार किया है. आगे इसे और बढ़ाने की दिशा में केंद्र सरकार के नेतृत्व में काम चल रहा है.
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विदेशी बायर्स कर रहे पसंद
भारत के अलग-अलग शहर से इस फेयर में पहुंचे मैन्युफेक्चरर्स ने इसे बेहद कारगर बताया. जोधपुर से आए होम ट्रेडिंग इंटरनेशनल के कारोबारी आनंद जॉर्ज ने कहा कि फेयर में काफी अच्छी प्रतिक्रिया देखने के लिए मिली. विदेश से आए बायर्स ने भारतीय हस्तशिल्प के प्रोडक्ट की जमकर खरीदारी की है.
बचपन के तीन दोस्त आनंद जॉर्ज, जयंत वासवानी और संमवर्त सिंह उज्वल ने भारतीय हस्तशिल्प उद्दोग को एक नई दिशा में पहुंचाने का संकल्प इस सदी की शुरुआत में लिया था. आज वह इस इंडस्ट्री को हस्तशिल्प प्रोडक्ट की नई खेप परोस रहे हैं. लेटेस्ट डिजाइन के साथ वह अपने कस्टमर्स को बेहतर क्वालिटी दे रहे हैं.
तेजी से बढ़ रहा हैंडीक्राफ्ट उद्योग
जोधपुर से आए एक दूसरे कारोबारी दिग्विजय सेंगर ने बताया कि वह हर साल इस फेयर में आते है. साल में दो बार फेयर का आयोजन किया जाता है. एक फरवरी महीने में और दूसरा अक्टूबर में. राजस्थान की संस्कृति को बढ़ाने और अपनी कला के दम पर उसे दुनिया तक पहुंचाने की कोशिश में लगे दिग्विजय कहते हैं कि वह हस्तशिल्प उद्योग को देश की जीडीपी में एक बड़ी भूमिका निभाते हुए देखना चाहते हैं.
उनका कहना है कि अभी सरकार इस सेक्टर को बढ़ाने के लिए जितना सपोर्ट कर रही है. वह दिन दूर नहीं जब यह सेक्टर सबसे अधिक रोजगार देने वाले में से एक बन जाएगा.
Source : News Nation Bureau