आज दिनांक 4/05/19 दिन मंगलवार को ईद-उल-फ़ितर का चांद मरकज़ी चांद कमेटी ईद गाह ऐशबाग में शाम 6:30 बजे देखा जायेगा. बता दें मुस्लिमों का सबसे बड़ा त्योहार ईद (Eid al-Fitr) इस बार 5 जून को मनाया जाएगा. इस दिन मस्जिद में जाकर नमाज अदा की जाएगी. एक-दूसरे को गले मिल ईद की मुबारकबाद (Eid Mubarak) दी जाएगी. घरों में दावत का आयोजन किया जाएगा. बच्चों को ईदी दी जाएगी. घरों में स्वादिष्ट किमामी बनाई जाएगी.
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जानें क्यों मनाई जाती है ईद उल-फितर?.
मीठी ईद या ईद उल-फितर (Eid Ul Fitr) को लेकर माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में विजय हासिल की थी. इस जीत की खुशी में सबका मुंह मीठा करवाया गया था, आगे चलकर इसी दिन को मीठी ईद या ईद उल-फितर कहा जाता है. पहली बार ईद उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी.
दो ईद?
इस्लाम धर्म में दो ईद मनाई जाती है. पहली मीठी ईद जिसे रमज़ान महीने की आखिरी रात के बाद मनाया जाता है. दूसरी, रमज़ान महीने के 70 दिन बाद मनाई जाती है, इसे बकरीद कहते हैं. बकरा ईद (Bakra Eid) को कुर्रबानी की ईद माना जाता है. पहली मीठी ईद जिसे ईद उल-फितर कहा जाता है और दूसरी बकरी ईद को ईद उल-जुहा कहा जाता है.
Source : News Nation Bureau